भारत ने अमेरिका से आयात होने वाले बादाम, अखरोट और दाल समेत 28 उत्पादों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने शनिवार को दो साल पुरानी अधिसूचना को संशोधित किया। बढ़ी हुई ड्यूटी रविवार से लागू हो गई। इससे पहले अमेरिका ने जून 2018 में स्टील और एल्युमिनियम जैसे भारतीय उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाया था। भारत की इस कार्रवाई से इन 28 वस्तुओं का निर्यात करने वाले अमेरिकी कारोबारी प्रभावित होंगे। कस्टम ड्यूटी बढ़ने से भारत में इन सभी वस्तुओं का आयात महंगा हो जाएगा। भारत को 21.7 करोड़ रु का अतिरिक्त राजस्व मिलने की उम्मीद है। पहले अमेरिका की 29 वस्तुओं के खिलाफ कार्रवाई की बात थी, लेकिन बाद में झींगा मछली को लिस्ट से बाहर कर दिया। दूसरे देशों से व्यापार एमएफएन के तहत जारी रहेगा अधिसूचना के मुताबिक, अमेरिका को छोड़कर बाकी देशों से इन वस्तुओं पर व्यापार मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) के तहत चालू रहेगा। इनकी कीमत से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई। चालू महीने की शुरुआत में अमेरिका ने भारत को जीएसपी से बाहर कर दिया था। इससे भारत के 5.6 अरब डॉलर (39,000 करोड़ रुपए) के निर्यात पर रियायत मिलनी बंद हो गई। पिछले साल अमेरिका ने भारतीय स्टील पर 10% और एल्यूमीनियम पर 25% टैरिफ बढ़ाया था। भारत ने एक साल में 7 बार अपना फैसला टाला भारतीय इस्पात और एल्युमरीनियम पर अमेरिका में शुल्क बढ़ाए जाने के बाद भारत सरकार ने 21 जून 2018 को ही इस प्रकार की कार्रवाई करने का मन बना लिया था। हालांकि, इसे एक साल में 7 बार टाला गया। नई प्रस्तावित दरों के मुताबिक अब अखरोट पर आयात शुल्क 30% से बढ़ाकर 120% किया जाएगा।