भारत समेत 5 देशों में डेरों की शुरुआत के बाद राम रहीम ने कनाडा में एक छोटा एयरपोर्ट और हैंगर खरीदने की तैयारी कर ली थी। कनाडा में डेरा चीफ की ब्रिटिश कोलंबिया की फ्रेजर वैली में एक छोटी एयर स्ट्रिप वाले एयरपोर्ट को खरीदने के लिए बातचीत चल रही थी, लेकिन डील होने से पहले ही साध्वियों से रेप केस में बाबा को सजा हो गई। तब से डील बीच में ही अटकी पड़ी है। वहां की सिख कम्युनिटी इसका विरोध कर रही थी। उधर, गुरुवार को राम रहीम की मां नसीब कौर उससे मिलने जेल पहुंचीं। बता दें कि राम रहीम को सीबीआई कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई है, फिलहाल वह रोहतक जेल में बंद है। कनाडा में रहने का था प्लान... - कैनेडियन सूत्रों के मुताबिक, कनाडा में डेरा अनुयायियों को पहले ही मैसेज दिया गया था कि बाबा अब काफी वक्त कनाडा में बिताएंगे। उनके लिए प्राइवेट जेट और एयरपोर्ट का इंतजाम किया जाए। - बाबा का जेट उड़ाने के लिए एक डेरा सपोर्टर की बेटी ने ट्रेनिंग और फ्लाइंग लाइसेंस भी ले लिया था। कनाडा के डेरा सपोर्टर फ्रेजर लेक एयरपोर्ट, फ्रेजर लेक वाटर एयरोड्रम और नॉर्थ सैनिच एयरपोर्ट में से किसी पर भी एयरस्ट्रिप या एक बड़ा हैंगर खरीदने के लिए खुश थे। पैसों को लेकर कोई मुद्दा नहीं था, मामला क्लीयरेंस का था। कनाडा में बाबा को सिखों के विरोध का था डर - दरअसल, कैनेडा सरकार के दस्तावेजों में बाबा पर चल रहे मर्डर और रेप के मामलों की रिपोर्ट हो चुकी थी। कनाडा के सिखों द्वारा कनाडा सरकार को लगातार इस बारे में अपडेट किया जा रहा था और ऐसी हालत में डेरा सपोटर्स को एयरपोर्ट खरीद को लेकर कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। - वहीं पंजाब में सिख संगठनों से हुए संघर्ष के बाद बाबा पब्लिकली कनाडा के किसी भी एयरपोर्ट पर नहीं दिखना चाहता था, क्योंकि वहां पर उसका विरोध होना तय था। इसीलिए वह प्राइवेट एयरपोर्ट खरीदने के प्लान पर काम कर रहा था। बाबा के सपोर्टर कनाडा के दूसरे हिस्सों में भी सोशल सर्विस बढ़ा रहे थे। - कनाडा में लोकल पंजाबी मीडिया के मुताबिक, पंचकूला में बाबा के लिए विरोध प्रदर्शन में शामिल होने कनाडा से भी कई डेरा अनुयायी भारत गए थे। उनमें से कई कनाडा नहीं पहुंचे हैं। मां से आंख नहीं मिला सका बाबा - उधर, 25 अगस्त से सुनारिया जेल में बंद राम रहीम से मिलने के लिए गुरुवार को गुरु मां नसीब कौर पहुंची। कौर अपने साथ बेटे गुरमीत के लिए कपड़े और खाने का सामान लेकर आई थीं। - दोनों की मुलाकात करीब 50 मिनट तक चली। इंटरकाम के जरिए मीटिंग रूम से बातचीत करवाई गई। अलग से मुलाकात के लिए कोई जगह तय नहीं की गई थी। गुरमीत आम कैदियों की तरह ही मां से मिला। - सूत्रों की मानें तो मां को खिड़की पर देखने के बाद गुरमीत ने दोबारा उनसे आंखें नहीं मिलाई और भावुक हो गया। इस दौरान गुरमीत की आंखों में आंसू भी आए। हालांकि मां ने उसे काफी ढांढस बंधाया और जल्द ही हाईकोर्ट में केस लड़ने की भी बात कही। कौर ने राजस्थान का पता बताया - राम रहीम की मां ज्यादातर सिरसा डेरे पर रहती थी, लेकिन जब जेल आई तो यहां पर उन्होंने अपने ससुराल का पता राजस्थान के गुरुसर मोडिया गंगानगर ही लिखवाया। बता दें कि 9 अगस्त को ही मां का सिरसा में बर्थडे मनाया गया था। यहां सिरसा डेरे पर बड़ा समागम किया गया था। - गुरमीत की मां को डेरा सपोर्टर गुरु मां के नाम से पुकारते थे। कौर का जन्म पंजाब के फाजिल्का के अबोहर तहसील में 9 अगस्त 1934 को हुआ था। पत्नी अभी भी नहीं आई - बीते 21 दिनों से जेल में बंद गुरमीत ने 10 लोगों से मिलने की इच्छा जताई थी, लेकिन तीन हफ्ते से लगातार हर सोमवार और गुरुवार को गुरमीत की आंखें उन्हें तकती रही। - मां को छोड़कर राम रहीम से अब तक किसी फैमिली मेंबर ने मुलाकात नहीं की। गुरमीत की बेटी-पत्नी भी उसे देखने नहीं आई है।