इंडियन नेवी में बुधवार को स्कॉर्पियन क्लास करंज सबमरीन शामिल कर ली गई। इस मौके पर नेवी चीफ सुनील लांबा भी मौजूद रहे। यह दुश्मन के रडार की पकड़ में नहीं आएगी। यह दुश्मन को चकमा देकर सटीक निशाना साध सकती है। बता दें कि इससे पहले नेवी कलवरी और खांदेरी सबमरीन लॉन्च् कर चुकी है। ये खासियत हैं करंज में - यह टॉरपीडो और एंटी शिप मिसाइलों से भी हमले कर सकती है। - यह सतह पर और पानी के अंदर से दुश्मन पर हमला कर सकती है। - इसे किसी भी तरह की जंग में ऑपरेट किया जा सकता है। - यह वॉरफेयर, एंटी-सबमरीन वॉरफेयर और इंटेलिजेंस जुटाने जैसे कामों को भी बखूबी अंजाम दे सकती है। पूरी तरह स्वदेशी सबमरीन है - यह देश में बनी सबमरीन है, जो 'मेक इन इंडिया' के तहत तैयार की गई है। - इसे यहां के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स मिलिटेड (एमडीएल) में तैयार किया गया है। - इसकी लंबाई- 67.5 मीटर, ऊंचाई- 12.3 मीटर और वजन 1565 टन है। पिछले साल लॉन्च की गईं थीं खांदेरी और कलवरी - बता दें कि स्कॉर्पीन क्लास पहली दो सबमरीन कलवरी और खांदेरी हैं। - आईएनएस कलवरी 13 दिसंबर 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में नेवी में शामिल की गई थी। वहीं, खांदेरी को 12 जनवरी, 2017 को लॉन्च किया गया था। ये दोनों सबमरीन भी आधुनिक तकनीक से लैस हैं। ये टॉरपीडो और एंटी शिप मिसाइलों से हमले भी कर सकती हैं।