अमेरिका साउथ चाइना सी में चीन की बढ़ती गतिविधियों के बावजूद यहां पैट्रोलिंग जारी रखेगा। अमेरिकी नेवी के एक अफसर कमांडर टिम हॉकिन्स ने कहा कि अमेरिका साउथ चाइना सी के हर इस क्षेत्र में तैनात रहेगा जहां अंतर्राष्ट्रीय नियमों के तहत उसे इसकी अनुमति देते हैं। उन्होंने कहा, "अमेरिका कभी भी इस क्षेत्र पर अपनी दावेदारी नहीं करता, लेकिन क्षेत्र में नेविगेशन (समुद्र में आने-जाने) की आजादी का समर्थन करता है।" बता दें कि साउथ चाइना सी पर चीन अपना अधिकार बताता रहा है। चीन अमेरिका पर इस क्षेत्र में अवैध रूप से घुसने के आरोप भी लगा चुका है। इसी के चलते हाल ही में उसने सुरक्षा का हवाला देते हुए SU-35 फाइटर जेट्स तैनात किए थे। इंटरनेशनल कानून के तहत करते हैं सुरक्षा- US - यूएसएस कार्ल विनसन पर तैनात लेफ्टिनेंट कमांडर टिम हॉकिन्स ने कहा, “अमेरिकी नेवी पिछले 70 सालों से एशिया और अमेरिकी अर्थव्यवस्थाओं के बीच बेरोकटोक व्यापार और सिक्युरिटी के लिए साउथ चाइना सी में गश्त कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत हमें यहां से आर्मी को ऑपरेट करने, उड़ान भरने, ट्रेनिंग करने और पैट्रोलिंग करने का अधिकार है और हम ये जारी रखेंगे।” - कार्ल विनसन इस वक्त फिलीपींस के मनीला में तैनात है। 95 हजार टन के इस अमेरिकी वॉरशिप पर इस वक्त 72 अलग-अलग एयरक्राफ्ट्स तैनात हैं। इनमें F-18 फाइटर जेट्स, सर्विलांस एयरक्राफ्ट्स और हेलिकॉप्टर्स भी शामिल हैं। ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने बनाई नई सुरक्षा नीति - हॉकिन्स के मुताबिक, ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन की नई सुरक्षा नीति के तहत अमेरिका इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में तैनात रहेगा। बता दें कि इस क्षेत्र को लेकर अमेरिका और चीन हमेशा आमने-सामने रहे हैं। - हॉकिन्स ने कहा कि अमेरिका ने कभी इस क्षेत्र में अपनी दावेदारी नहीं जताई बल्कि अमेरिका इस एरिया में नेविगेशन (शिप्स के आने-जाने) की आजादी पर जोर देता है। कार्ल विनसन ने मनीला तक पेट्रोलिंग की। लेकिन कभी नेविगेशन की आजादी को नहीं तोड़ा। ऐसा नहीं है कि हम इस प्वाइंट से ऊपर नहीं जा सकते, लेकिन हम ऐसा नहीं करते। लगातार कब्जा बढ़ा रहा है चीन - चीन साउथ चाइना सी को लेकर अपना दावा ठोक चुका है। चीन ने पिछले दिनों इस क्षेत्र में 7 आइलैंड, मिसाइल स्टेशन, हैंगर और रडार स्टेशन बना चुका है। - राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद से ही चीन और अमेरिका के बीच साउथ चाइना सी को लेकर तनातनी का माहौल है। - राष्ट्रपति के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान बराक ओबामा भी साउथ चाइना सी पर चीन के बढ़ते कब्जे को लेकर विरोध जता चुके हैं। - चीन वेस्टर्न पेसिफिक में अपने कब्जे से अमेरिका को हमेशा चुनौती देता रहा है। क्या है साउथ चाइना सी विवाद? - साउथ चाइना सी का करीब 35 लाख स्क्वेयर किमी एरिया विवादित है। इस पर चीन, फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ताइवान और ब्रुनेई दावा करते रहे हैं। - इस समुद्र से हर साल 5 लाख करोड़ यूएस डॉलर से ज्यादा का ट्रेड होता है। यहां तेल और गैस के बड़े भंडार हैं। अमेरिका के मुताबिक इस इलाके में 213 अरब बैरल तेल और 900 ट्रिलियन क्यूबिक फीट नैचुरल गैस के भंडार है। - वियतनाम इस इलाके में भारत को तेल खोजने की कोशिशों में शामिल होने का न्यौता दे चुका है। चीन ने 2013 के आखिर में एक बड़ा प्रोजेक्ट चलाकर पानी में डूबे रीफ एरिया को आर्टिफिशियल आइलैंड में बदल दिया था।