राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार छह नए राजघराने और राव-रावल चुनावी समर में दांव अजमा सकते हैं। इन्हें मिलाकर चुनाव में उतरने वाले राजघरानों की संख्या 16 पहुंच जाएगी। रजवाड़ी शान-शौकत छोड़ ये 16 घराने चुनाव को रोचक बना सकते हैं। 10 घरानों से जुड़े प्रतिनिधि पिछले चुनाव में भी जीते थे। लेकिन, इस बार इससे डेढ़ गुना से भी ज्यादा चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं। सिंधिया, जयपुर, कोटा जैसे राजपरिवारों की तर्ज पर नए रजवाड़ों ने भी 2018 से राजनीतिक पारी शुरू करने का मानस बना लिया है। हाड़ौती और मेवाड़-हाड़ौती में इस बार ऐसे रजवाड़े विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे। खास बात यह है कि छोटे रजवाड़े तो चुनाव लड़ने का मूड बना रहे हैं। वहीं, राजपरिवारों से सबसे शक्तिशाली माने जाने वाले उदयपुर-जोधपुर राजपरिवार इस बार भी मौन हैं। तीन घरानों से दावेदारी नहीं : अलवर, जोधपुर और उदयपुर घरानों की तरफ से भी किसी प्रकार की दावेदारी नहीं की गई। हालांकि जोधपुर घराने में राजमाता कृष्णा कुमारी के हाल ही में निधन के कारण अभी राजनीति में उतरने लायक माहौल नहीं है। लेकिन, छोटे-मोटे घरानों को मिलाकर कांग्रेस-भाजपा से 16 से अधिक लोग टिकट मांग चुके हैं। कोटा का राजपरिवार विधानसभा आने के मूड में : कोटा का राजपरिवार इस बार सांसद का चुनाव लड़ने की बजाए विधानसभा चुनाव लड़ने का मूड बना चुका है। इस राजपरिवार ने ही राजस्थान गठन के समय राजनीति में भी पहला कदम रखा था। जनसंघ से शुरुआत की, लेकिन बाद में कई बार पार्टियां बदलने के कारण राजपरिवार चुनाव हारा। पिछले कुछ चुनाव में राजपरिवार से इज्यराजसिंह सांसद चुने गए। ये नए घराने उतर सकते हैं चुनाव मैदान में मांडलगढ़ में हाड़ा परिवार के शक्तिसिंह भाजपा से टिकट मांग रहे, पिछली बार यहां से कीर्ति कुमारी जीती थीं। नाथद्वारा से कोठारिया घराने की संगीता कंवर दावेदारी जता रही हैं। बूंदी से प्रतापगढ़ घराने से जुड़े महिपत सिंह हाड़ा टिकट की दावेदारी में हैं। चौमूं घराने की बहू रुक्समणि कुमारी भी कांग्रेस से टिकट मांग रही हैं। कालियावास घराना आसींद से जुड़े शक्तिसिंह भी टिकट की दावेदारी जता चुके हैं। जैसलमेर रावल परिवार की सुनीता भाटी टिकट मांग चुनाव को रोचक बनाने के प्रयास में हैं। वहीं, मानवेंद्र जसोल का कांग्रेस से टिकट तय है। ये पुराने घराने है जिनका तय है चुनाव लड़ना : झालरापाटन से धौलपुर घराने से मौजूदा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, डीग कुम्हेर से भरतपुर घराने के विश्वेंद्र सिंह, बीकानेर से सिद्धिकुमारी, जयपुर से दीया कुमारी, नदबई से कृष्णेंद्र कौर दीपा, शाहपुरा से राव राजेंद्रसिंह, भिंडर से रणधीरसिंह, खींवसर से गजेंद्रसिंह का चुनाव लड़ना लगभग तय है। यदि टिकट कटे तो इनके ही परिवार के सदस्य को मिल सकते हैं।