भारत जनसंख्या के मामले में विश्व में चीन के बाद दूसरे नंबर पर है। संयुक्त राष्ट्र में अर्थव्यवस्था और सामाजिक मामलों के विभाग (यूएन-डीईएसए) ने सोमवार को एक रिपोर्ट जारी की। इसके मुताबिक, 2027 तक भारत की आबादी चीन से ज्यादा हो जाएगी। वर्तमान में भारत की जनसंख्या करीब 1.36 अरब और चीन की 1.42 अरब है। रिपोर्ट में संभावना जताई गई है कि 2050 तक भारत 164 करोड़ जनसंख्या के साथ टॉप पर पहुंच जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि 21वीं सदी के अंत तक दुनिया की आबादी सबसे ज्यादा लगभग 11 अरब तक पहुंच जाएगी। 2050 तक विश्व की कुल आबादी की आधी जनसंख्या सिर्फ 9 देशों में होगी। इनमें भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, कांगो, इथियोपिया, तंजानिया, इंडोनेशिया, मिस्र और अमेरिका शामिल हैं। इन देशों को संभावित जनसंख्या वृद्धि के घटते क्रम में रखा गया है। संयुक्त राष्ट्र के अध्ययन के मुताबिक, अगले 30 साल में दुनिया की आबादी करीब 2 अरब बढ़कर 9.7 अरब होने की संभावना है। वर्तमान में विश्व की आबादी 7.7 अरब है। सदी के अंत तक यह आबादी अपने चरम पर करीब 10.9 अरब होगी। संयुक्त राष्ट्र विभाग के डायरेक्टर जॉन विल्मोथ ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ताजा अध्ययन में पाया गया कि दुनिया की आबादी तेजी से बढ़ रही है। पिछले 69 साल में दुनिया की आबादी तीन गुना बढ़ी है। जॉन ने कहा कि रिपोर्ट से हटकर हमारा अनुमान है कि 2050 तक विश्व की आबादी 10.1 अरब और 2021 के अंत तक 12.7 अरब हो सकती है। अगले 30 साल में भारत की जनसंख्या में 27.3 करोड़ की वृद्धि हो सकती है। इस हिसाब से 2050 तक भारत की कुल आबादी 164 करोड़ होने का अनुमान है। इस सदी के अंत तक भारत की 1.5 अरब, चीन की 1.1 अरब, नाइजीरिया की 73.3 करोड़, अमेरिका की 43.4 करोड़ और पाक की 40.3 करोड़ जनसंख्या हो जाएगी।