जम्मू कश्मीर में पांच साल में 960 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इस दौरान 413 सुरक्षाकर्मी शहीद भी हुए। मंगलवार को लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा- सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। इसके तहत सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। दरअसल, राज्यमंत्री रेड्डी ने यह बात कांग्रेस सांसद शशि थरूर के लिखित सवाल के जवाब में कही। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों के संयुक्त प्रयास से 2014 से जून 2019 तक जम्मू कश्मीर में 963 आतंकवादी मारे गए। इस दौरान 413 सुरक्षाकर्मी शहीद भी हुए। तीन साल में 400 से अधिक घुसपैठ की घटनाएं राज्यमंत्री रेड्डी ने बताया- पिछले तीन साल में करीब 400 आतंकवादियों ने घुसपैठ की, जिसमें से 126 को सुरक्षाबलों ने मार गिराया। इस कार्रवाई में 27 सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई। चार आतंकवादी गिरफ्तार हुए। 2018 में 143 बार, 2017 में 136 और 2016 में 119 बार घुसपैठ की घटनाएं हुईं। उन्होंने कहा- 2018 के पिछले छह महीने में जम्मू कश्मीर में घुसपैठ की घटनाओं में 43 प्रतिशत की कमी आई। विदेशी अल्पसंख्यकों के लिए पोर्टल लॉन्च केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में कहा- दिसंबर 2018 तक की गई गणना में भारत में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिक 41,331 और अफगानिस्तान के 4,193 हैं। इन देशों के नागरिकों को भारत में लंबे समय तक रहने के लिए वीजा संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन्हें दूर करने के लिए 2014 में एलटीवी एप्लीकेशन प्रोसेसिंग पोर्टल लॉन्च किया गया था।