राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि 2022 तक कश्मीर, आतंकवाद, नक्सलवाद और नॉर्थ-ईस्ट में जारी विद्रोह का खात्मा हो जाएगा। इस अवसर पर राजनाथ ने सभी को भारत को स्वच्छ, गरीबी, भ्रष्टाचा, आतंकवाद, सांप्रदायिकता और जातिवाद से मुक्त भारत बनाने की शपथ दिलाई। राजनाथ ने "संकल्प से सिद्धि-न्यू इंडिया मूवमेंट: 2017-2022 नए भारत का निर्माण" कार्यक्रम में बोल रहे थे। - उन्होंने कहा, "भारत में कई समस्याएं हैं, जैसे- आतंकवाद, नक्सलवाद और कश्मीर। मैं यह भरोसा दिलाता हूं कि 2022 तक इन सभी का समाधान हो जाएगा और हम 'न्यू इंडिया' के मंत्र के साथ आगे बढ़ेंगे। हम अपने देशवासियों को यह भरोसा दिलाना चाहते हैं।" - राजनाथ ने कहा कि अगर लोग 1947 में आजादी पाने के लिए जब 1942 (भारत छोड़ो आंदोलन) में संकल्प लिया जा सकता है तो आज 70 साल की आजादी के बाद भी हम आत्मनिर्भर क्यों नहीं हो पाए, जो बहुत पहले हो जाना चाहिए था। एक साल बाद लोग जीएसटी की सराहना करेंगे -उन्होंने कहा, ''हमारी केंद्र की पहली कैबिनेट में ही कालेधन के लिए एसआईटी बनाने का काम किया। पहले की कांग्रेस सरकार के मंत्रियों ने हजारों करोड़ के घोटाले किए और जेल भी गए, लेकिन आज तक हमारी केंद्र की सरकार के किसी मंत्री पर एक रुपए का आरोप तक नहीं लगा।'' -''हर व्यक्ति की सहायता के लिए हमने जीएसटी लागू किया। एक साल के बाद इसी जीएसटी की सराहना पूरा देश करेगा।'' -''मैं एक बार चैनल देख रहा था। अमेरिका के किसी डिपार्टमेंट ने खोज किया कि चंद्र ग्रहण अगले महीने इस टाइम पर होगा, लेकिन हमारे गांव के घुटने तक धोती पहनने वाले पंडित जी से पूछिए वो बता देंगे कि 100 साल पहले कब ग्रहण था और 100 साल बाद कब होगा।'' -''ये खोज हमारे यहां लाखों साल पहले ही ऋषि मुनि ने कर लिया था। मन को बड़ा करो, तभी जातिवाद और सम्प्रदाय वाद दूर होगा। दुनिया भर में वसुधैव कुटुम्बकम का सबसे पहले ये संदेश भारत ने दिया है।'' -कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सहित कई बड़े नेता और मंत्री मौजूद रहे। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा -कार्यक्रम के शुभारंभ में केशव मौर्य ने कहा, जब 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी प्रत्याशी थे, तो उन्होंने सिर्फ एक ही वादा किया कि हमें कांग्रेस मुक्त भारत बनाना है। हम संकल्प लेते हैं कि अब किसी भी राज्य में चुनाव होगा तो वहां कमल ही खिलेगा, क्योंकि संकल्प से ही सिद्धि होती है। -अर्जुन ने भी जयद्रथ को मारने का संकल्प लिया था। भगवान ने परीक्षा लेने के लिए सूर्य को कुछ देर के लिए ढंक दिया था, लेकिन जब देखा कि अर्जुन का संकल्प दृढ़ है तो उन्होंने सूर्य फिर उदय किया और अर्जुन ने जयद्रथ का वध किया।