आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने रविवार को कहा कि 2019 में भाजपा हार का स्वाद चखेगी और उसे हराने के लिए क्षेत्रीय दल साथ आ रहे हैं। उन्होंने नोटबंदी के फैसले का समर्थन किया, लेकिन साथ ही ये भी कहा कि केंद्र की वजह से बैंक दीवालिया होने की कगार पर पहुंच गए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी नोटबंदी का समर्थन किया है, लेकिन उन्होंने कहा कि इसके ठीक तरह से लागू ना होने की वजह बैंक हैं। बता दें कि आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग पूरी ना होने पर तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) एनडीए से बाहर हो गई है। नायडू ने कहा, "मैंने नोटबंदी का समर्थन किया था। मुझे लगा कि ये अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा होगा। लेकिन, केंद्र की वजह से बैंक दीवालिया हो गए। लोगों का बैंकिंग सिस्टम से विश्वास खत्म हो गया। हमने कभी भी करंसी की इतनी कमी नहीं देखी।" - "2019 में क्षेत्रीय दल किंगमेकर होंगे। सभी क्षेत्रीयदल साथ आ रहे हैं ताकि भाजपा को हराया जा सके। आने वाले चुनाव में भाजपा हार का स्वाद चखेगी।" - "हम अपने राज्य के साथ हो रहे अन्याय को देखते हुए एनडीए से बाहर आए थे। परेशान होने और डरने की जरूरत नहीं है। आइए आत्मविश्वास से आगे बढ़ें और भावना को दिल में रखें जो एनटी रामाराव ने जगाई थी।" नोटबंदी से कितने लोगों को फायदा हुआ: नीतीश - नीतीश कुमार ने नोटबंदी पर कहा,"मैं नोटबंदी का समर्थक था, लेकिन इससे कितने लोगों को फायदा हुआ? बैंक छोटे लोगों से तो कर्ज वसूल लेते हैं, लेकिन बड़े लोग उसका पैसा लेकर गायब हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि वे बैंकिंग व्यवस्था की अलोचना नहीं कर रहे, लेकिन इसे लेकर फिक्रमंद जरूर हैं। मैं नोटबंदी का समर्थक था, लेकिन इस कदम से कितनों को फायदा मिला? कुछ लोगों ने अपनी नकदी इधर से उधर कर ली। कुमारस्वामी के शपथग्रहण में नजर आया था मोदी विरोधी मोर्चा, इनके पास 133 लोकसभा सीटें - शपथ ग्रहण में 2019 के लोकसभा चुनाव के संभावित मोदी विरोधी मोर्चे की तस्वीर नजर आई। एक मंच पर कांग्रेस-जेडीएस समेत 13 दलों के प्रमुख मौजूद थे। कांग्रेस समेत इन दलों के पास अभी लाेकसभा में 133 सीटें हैं। यह आंकड़ा भाजपा की मौजूदा 272 लोकसभा सीटों का 48% है। अगर 2019 में ये सभी दल मिलकर चुनाव लड़ते हैं और एकदूसरे के वोट नहीं काटते हैं तो उनकी सीटों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। - इनमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मायावती, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, सीताराम येचुरी और डी राजा जैसे लीडर मंच पर पर मौजूद थे।