रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने दो एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया। मोदी ने बागपत में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया और जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से दिल्ली में 30% कम वाहन पहुंचेंगे। ईपीई देश का पहला स्मार्ट और सोलर एनर्जी से लैस एक्सप्रेसवे है। हमारी सरकार काम कर रही है - मोदी ने कहा, "मई की इस गर्मी में और जब दोपहर को सूरज इतना तप रहा है। तब इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आना इस बात का संकेत है कि सरकार ने काम किया है। आज बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के चार साल पूरे होने पर आपका ये प्रधानसेवक आपके सामने नतमस्तकर होकर सवा सौ करोड़ देशवासियों को प्रणाम करता है।" - "आज दिल्ली-एनसीआर वालों के लिए बड़ा दिन है। आज दो परियोजनाओं का उद्धाटन किया गया है। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्स्प्रेसवे पर 11 हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।" - "आज नई सड़क पर चलने का मुझे मौका मिला तो अनुभव किया कि एक्सप्रेसवे का सफर लोगों के जीवन को कितना आसान बना रहा है। सिर्फ 18 महीनों में ये काम पूरा है।" - "आज 14 लेन की 9 किलोमीटर लंबी सड़क का लोकार्पण हुआ है। ये दिल्ली के पटपड़गंज, मयूर विहार, वैशाली और नोयडा के लोगों को भलि-भांति पता है।" - "जिस रफ्तार से ये 9 किलोमीटर सड़क बनीं है उसी रफ्तार से मेरठ एक्सप्रेस वे का काम कर के भी जनता को समर्पित किया जाएगा। जब ये पूरा हो जाएगा तो मेरठ से दिल्ली की दूरी 40 से 45 मिनट रह जाएगी।" दिल्ली आने वाले वाहनों में 30% की कमी आएगी - मोदी ने कहा, "दिल्ली के अंदर अब जितने वाहन आते हैं उसमें 30 प्रतिशत की कमी आ जाएगी। इतना हीं नहीं ईस्टर्न एक्सप्रेसवे पहला ऐसा है जो ग्रीन एक्सप्रेसवे है। ये सड़क सिर्फ 500 दिनों में बन कर तैयार हुई है। ये दो बड़े प्रोजेक्ट जो आपके लिए बन कर तैयार हैं। वे आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस है। पश्चिमी यूपी से दिल्ली दूध अनाज सब्जी पहुंचाना भी आसान हो जाएगा।" - "जाम की समस्या साल दर साल और विकराल रूप लेती जा रही है। हमारी सरकार ने इस परेशानी को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली के चारों ओर एक्सप्रेस वे का एक घेरा बनाने का फैसला किया। इसे दो हिस्सों में बनाया जा रहा है। इसके एक हिस्से का लोकार्पण करने का मौका मुझे अभी मिला है।" - "देश के विकास में इन्फ्रास्ट्रक्चर की भी अहम भूमिका है। सबका साथ सबका विकास में भी इसकी जरूरत है। ये अमीर गरीब, ऊंच नीच किसी में भेदभाव नहीं करता। इसलिए हमारी सरकार ने एयरवे, रोडवे, वाटरवे से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दिया है। बीते वर्षों में हमनें 3 लाख करोड़ रुपए 28000 किलोमीटर हाईवे बनाने में खर्च किया है।" ईपीई हरियाणा और उत्तर प्रदेश के 6 शहरों को जोड़ेगा - ईपीई 135 किेलोमीटर लंबा है। यह हरियाणा के सोनीपत और पलवल को जोड़ता है। इसकी लागत 11 हजार करोड़ है। इस पर चार सोलर प्लांट लगाए गए हैं। रात में यह रोड सोलर एनर्जी से ही रोशन होगा। - ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे सोनीपत के कुंडली, बागपत, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और पलवल को जोड़ता है। - यह सोलर पावर से लैस देश का पहला एक्सप्रेसवे है। इसमें 8 सोलर प्लांट बनाए गए हैं, जिनमें 4 हजार किलोवॉट बिजली पैदा होगी। 100% लाइट इसी से जलेंगी। हर 500 मीटर पर दोनों तरफ रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बने हैं। - इस पर सुरक्षा के विश्व स्तरीय इंतजाम हैं। स्मार्ट एंड इंटेलिजेंट हाईवे मैनेजमेंट सिस्टम (एचटीएमएस) और वीडियो इंसीडेंट डिटेक्शन सिस्टम (वीआईडीएस) लगाए गए हैं। - इस पर 2.5 लाख पौधे लगाए गए हैं। ड्रिप इसके दोनों तरफ बने गार्डन में ड्रिप सिंचाई का इंतजाम है। एक्सप्रेस वे कुतुबमीनार, हवामहल, इंडिया गेट, लालकिला, चार मीनार, जलियांवाला बाग, अशोकचक्र, कीर्ति स्तंभ समेत 36 स्मारकों की प्रतिकृति लगाई गई हैं। कोशिश की गई है कि सड़क पर चलते वक्त सभी राज्यों की झलक दिखे। इस पर 40 फाउंटेन भी हैं। हिमाचल-राजस्थान से आने वालों को दिल्ली नहीं जाना होगा -ईपीई शुरू होने के बाद अगर हिमाचल प्रदेश या राजस्थान से हरियाणा जाना चाहता है तो उसे दिल्ली में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा। इस रोड के शुरू होने से दिल्ली में रोजाना 50 हजार वाहनों का दबाव कम होगा। प्रदूषण का स्तर 27% तक गिरने की उम्मीद है। 2006 में शुरू हुई थी एक्सप्रेसवे की प्लानिंग - सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के आसपास ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की प्लानिंग 2006 में ही शुरू हुई थी। दिल्ली को ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को दिल्ली के बाहर रिंग रोड बनाने का आदेश दिया था।