बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के लिए कन्नौज में वोट मांगे। अखिलेश व डिंपल ने मायावती को चांदी से बना हाथी भेंट किया। इस पर डिंपल की फोटो छपी थी। डिंपल ने बसपा प्रमुख मायावती का पैर छूकर जीत का आशीर्वाद भी लिया। मायावती ने बड़े प्यार से डिंपल के सिर पर हाथ रखकर जीत का अशीर्वाद दिया। कन्नौज में बसपा और सपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा यह दिखाने की भरपूर कोशिश की गई कि यह गठबंधन सिर्फ चुनावी गुणा गणित से नहीं बल्कि दिल से बनाया गया है। कन्नौज में हुई सपा-बसपा-रालोद की संयुक्त रैली बुधवार को कन्नौज में सपा-बसपा व रालोद की संयुक्त रैली हुई। इसमें मायावती, अखिलेश के अलावा रालोद के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह भी साथ रहे। मायावती ने कहा कि, इस भीड़ को देखकर लग रहा है कि कन्नौज की जनता डिंपल जी को रिकॉर्ड वोट से जिताने वाली है। नमो नमो की छुट्टी कर जय भीम को लाने वाली है। मायावती ने कहा- भाजपा की जुमलेबाजी नहीं चलेगी मायावती ने कहा कि, आजादी के बाद के केंद्र और ज्यादातार राज्यों में कांग्रेस की सरकार रही है। इनकी गलत नीतियों से ये सरकार से बाहर हो गए। कांग्रेस ने कभी भी पिछड़ों और दलितों के आरक्षण का कोटा पूरा नहीं किया। बाबा साहब को भरत रत्न की मांग पर भी कांग्रेस ने उन्हें सम्मानित नहीं किया। वर्तमान में केंद्र में आरएसएस वादी, जातिवादी, भाजपा की भी सरकार जल्दी चली जाएगी। इनकी जुमलेबाजी नहीं चल पाएगी। डिंपल ने मायावती की शान में पढ़े कसीदे डिंपल ने कहा कि, पिछले पांच सालों में भाजपा ने देश की दशा व दिशा दोनों बदल दी। राजनीति का एक अलग ही रूप देखने को मिला। भाजपा के लोग सत्ता में रहने के लिए कोई भी मर्यादा लांघ सकते हैं। मायावती जी ने गठबंधन करके बहुत ही सराहनीय कार्य किया। मैं अखिलेश जी को बधाई दूंगी कि उन्होंने मायावती जी को वह सम्मान दिया, जिसकी वे हकदार हैं। देश की वो कौन सी एकमात्र महिला हैं जो एक साधारण परिवार से होकर भी चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रही? मायावती जी के संघर्षमायी जीवन से हम भलीभांति परिचित हैं।