सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा में तीनों प्राधिकरण की समीक्षा बैठक में स्मार्ट सिटी बनाए जाने पर जोर दिया। उन्होंने मीटिंग के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा का विकास स्मार्ट सिटी के रूप में किया जाए। जिसमें हाई क्लास की सिक्योरिटी के साथ इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही ईको-फ्रेंडली विकास पर ध्यान दिया जाए जिससे भविष्य को पर्यावरण के अनूकुल बनाया जा सके। उन्होंने स्मार्ट सिटी के साथ समावेशी विकास की बात करते हुए गांवों के विकास पर जोर दिया। इसके लिए उन्होंने तीनों प्राधिकरण में स्मार्ट सिटी की तर्ज पर स्मार्ट विलेज बनाने के निर्देश दिए। जिससे गांवों में भी लोगों को शहर जैसी सुविधाएं मिल सकें। हिंडन नदी की दयनीय स्थिति पर जताई चिंता समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंडन नदी की दयनीय स्थिति पर काफी चिंता जताई। दरअसल, हिंडन नदी में नोएडा-गाजियाबाद में ऑक्सीजन की मात्रा पिछले 3 साल से शून्य रही है। ऐसे में जीव-जंतु के लिए हानिकारक होने के साथ इससे भूजल भी दूषित हो रहा है। इस संबंध में रिपोर्ट आने पर सीएम ने नदी को जीर्णोद्धार के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी विभाग हर संभव प्रयास करें। स्थानीय लोगों के कौशल विकास पर ध्यान दें, प्राधिकरण अपना खर्च भी कम करे सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीटिंग के दौरान तीनों प्राधिकरण के बढ़ते खर्च पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि तीनों प्राधिकरण खर्च को कम करे और आय को बढ़ाने पर जोर दे। इसके साथ ही कंपनियों के सीएसआर की मदद से स्थानीय लोगों के कौशल विकास पर ध्यान दिया जाए। इसके साथ लोगों को नौकरी देने के लिए उन्हें ट्रेनिग के साथ पूरा मौका दिया जाए। जिससे रोजगार के साधन में बढ़ोतरी हो सके।