पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर ने मंगलवार को भाजपा का दामन थाम लिया। कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनको भाजपा की सदस्यत दिलवाई। नीरज ने सोमवार को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इसके साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी छोड़ने का भी ऐलान किया था। नीरज शेखर के इस्तीफे पर सपा के महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा कि, आज गुरु पूर्णिमा है.. मैं उन्हें आशीर्वाद देता हूं। खुश रहें। राजनीतिक पार्टी एक ट्रेन की तरह होती है, लोग चढ़ते हैं उतर जाते हैं, लेकिन ट्रेन चलती रहती है। अगले साल खत्म हो रहा था कार्यकाल 50 वर्षीय शेखर दो बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं। 2007 में पिता के निधन के बाद बलिया लोकसभा सीट से सपा के टिकट पर वह पहली बार सांसद निर्वाचित हुए थे। 2009 में उन्होंने इसी सीट से दोबारा जीत हासिल की। इसके बाद 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में हार जाने के बाद समाजवादी पार्टी ने उन्हें राज्यसभा के लिए नमित किया था। राज्यसभा में नीरज शेखर का कार्यकाल नवंबर 2020 में समाप्त होने वाला था।