सीबीआई ने बुधवार को पूर्व सांसद अतीक अहमद के प्रयागराज स्थित घर समेत छह ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई देवरिया जेल में रियल एस्टेट कारोबारी की पिटाई मामले में की गई है। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। छापेमारी के दौरान पीएसी को भी तैनात किया गया। सीबीआई अतीक के करीबी रेहान खान के घर भी पहुंची। इससे पहले मंगलवार को सीबीआई ने देवरिया के होटलों का रिकॉर्ड खंगाला। जांच एजेंसी यह जानने में जुटी रही कि अतीक के देवरिया जेल में रहने के दौरान गैंग से जुड़े जुड़े लोग कब-कब और किस होटल में रहे। टीम जिला जेल से रिहा हुए उन लोगों से भी पूछताछ में जुटी है, जो अतीक के साथ उसके या आसपास की बैरक में रहे। यह है मामला आरोप है कि देवरिया जेल में रहते हुए अतीक ने लखनऊ के रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल का 26 दिसंबर 2018 को गुर्गों के जरिए अपहरण करवाया था। कारोबारी को देवरिया जेल ले जाकर उसकी पिटाई के बाद करोड़ों रुपए की प्रापर्टी जबरन अपने और करीबियों के नाम करा ली थी। इस मामले की जांच सीबीआई को दी गई थी। सीबीआई ने कई बार देवरिया जेल जाकर कैदियों, बंदीरक्षकों और जेल अधिकारियों से पूछताछ की। सूत्रों ने बताया कि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि अप्रैल 2017 से देवरिया जेल में आने के बाद अतीक के तमाम गुर्गे और करीबी भी यहां के होटलों में ठिकाना बनाए रहे। उनके जरिए कई बड़े कारोबारियों को देवरिया बुलाया गया और उनसे रंगदारी वसूली गई। अतीक को अहमदाबाद जेल शिफ्ट किया गया अतीक अहमद अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है। 4 जून को उसे प्रयागराज की नैनी जेल से अहमदाबाद शिफ्ट किया गया था। देवरिया मामला सामने आने के बाद अतीक को बरेली जेल में शिफ्ट किए जाने के आदेश दिए गए थे। लेकिन बरेली जेल प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर अतीक को जेल में रखने से हाथ खड़े कर दिए थे। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट ने उसे अहमदाबाद जेल ट्रांसफर कर दिया। अतीक के खिलाफ 1979 से 2019 तक कुल 109 केस लंबित हैं। इनमें 17 केस धारा 302 (हत्या), 12 केस गैंगस्टर एक्ट, 8 केस आर्म्स एक्ट और 4 केस गुंडा एक्ट के मामले में दर्ज हैं।