मिलने के बाद मेरा मकसद पूरा हुआ। बुधवार को सोनभद्र में गांव के मुखिया और उसके समर्थकों ने आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया था। विरोध करने पर 10 आदिवासियों को मार दिया गया। यह मामला घोरवाल जिले में यह 90 बीघा विवादित जमीन का था। डीएम अंकित अग्रवाल ने कहा है कि इलाके में तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए धारा 144 लागू है। ऐसे में राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के आने पर प्रतिबंध है। हत्याकांड के बाद 29 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सरकार ने 10 में से 8 परिवारों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा दिया। प्रियंका ने पुलिस से पूछा- मुझे रोक क्यों रहे हैं? प्रियंका सोनभद्र जाकर लोगों से मिलना चाहती थीं, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने शुक्रवार को उन्हें मिर्जापुर के नारायणपुर गांव में ही रोक लिया था। बाद में प्रियंका को चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया। इसके बाद प्रियंका ने कहा- गेस्ट हाउस में मुझे 24 घंटे हो गए। क्या उनका (सरकार) का एक भी आदमी आया। मैं प्रशासन से यही कहना चाहती हूं वे जहां चाहें (सोनभद्र या वाराणसी) पीड़ितों के परिजन से मुलाकात करवाएं। प्रियंका ने पुलिस से पूछा- आखिर रोक क्यों रहे है। कोई तो वजह होनी चाहिए। कोई दस्तावेज दिखाइए।