राजधानी के जेएलएन मार्ग पर रफ्तार के कहर ने दो भाईयों सहित एक ज्वैलर व एक महिला की जान को लील लिया। इसके बाद शहर की ट्रेफिक पुलिस मुस्तैद हो गई है। रविवार को यातायात पुलिस, जेडीए व नगर निगम और अन्य अधिकारियों की मैराथन मीटिंग्स के बाद सड़क हादसों को रोकने के लिए नई कवायद शुरु हो गई है। शहर के दुर्घटना स्थलों को चिन्हित कर यातायात पुलिस ने ओवर स्पीड गाड़ियों की गति को नियंत्रण करने के लिए रविवार देर रात विशेष अभियान चलाया। इसके लिए खुद डीसीपी ट्रेफिक राहुल प्रकाश मैदान में उतरे। इससे कार्रवाई में जुटे यातायात पुलिसकर्मियों में भी जोश आ गया। एक्शन में आई पुलिस ने सिंघम रूप ले लिया। लक्जरी गाड़ियों में सवार नशे में धुत्त कई रईसजादों की धरपकड़ शुरु कर दी। रात डेढ़ बजे तक पुलिस ने 50 चौपहिया वाहनों को पकड़ा। इसके अलावा 30 दुपहिया और 8 अन्य वाहनों के खिलाफ कार्रवाई कर जब्त कर दिया। पकड़े जाने पर कई वाहन चालकों ने कहीं किसी नेता या किसी अफसर से फोन करवाकर प्रभाव डालना चाहा। लेकिन ट्रेफिक पुलिस ने एक नहीं सुनी। धड़ाधड़ पुलिस ने 185 एक्ट के तहत कार्रवाई की। इस कार्रवाई से यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले वाहन चालकों में हड़कंप मच गया। लोग पुलिस के भारी लवाजमे को देखकर इधर-उधर गलियों में बचने के रास्ते तलाशने लगे। 10 जगहों पर विशेष अभियान, 88 वाहनों को किया जब्त डीसीपी ट्रेफिक राहुल प्रकाश ने बताया कि रविवार रात को शहर के 10 स्थानों पर विशेष टीमें बनाकर तैनात की गई। यह कार्रवाई देर रात 11 बजे से सोमवार तड़के करीब डेढ़ बजे तक चली। जिसमें शराब पीकर वाहन चलाने वाले व अन्य नियमों की अवहेलना करने वाले चालकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। करीब 88 गाड़ियों को एम वी एक्ट के तहत बंद कर दिया। डीसीपी राहुल प्रकाश ने कहा कि किसी भी सूरत में यातायात नियमों की अवहेलना करने वाले चालकों के खिलाफ कोई सिफारिश नहीं चलेगी। सीधे कानूनी कार्रवाई की जाएगी।