दो पक्षों में रविवार को हुए विवाद के बाद सुबह की त्योहारी शांति सोमवार रात 10:00 बजे उपद्रव में बदल गई। मामला तब और हिंसक हो गया जब गलता गेट के सामने दिल्ली रोड जाम कर रहे एक पक्ष ने हरिद्वार जा रही बस पर पथराव कर दिया। उपद्रवियों ने भड़काऊ नारेबाजी की तो दूसरा पक्ष भी सामने आ गया। इस बीच उपद्रवियों ने आठ से दस गाड़ियों पर पथराव किया और शीशे तोड़ दिए। इसमें दोनों पक्षाें के 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए। पुलिस के सात जवानों को भी चोंटें आई हैं। भीड़ को काबू करने के लिए मौके पर पहुंचे पुलिसबल ने आंसू गैस के गोले छोड़े और बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा। इस दौरान हाईवे पर लंबा जाम भी लगा रहा। रात दो बजे तक पुलिस ने भीड़ पर काबू पा लिया था। ऐहतियातन रामगंज, ट्रांसपोर्टनगर और गलतागेट क्षेत्र में भारी पुलिस जाब्ता तैनात था। मंगलवार सुबह तक इन क्षेत्रों में इंटरनेट बंद किया जा सकता है। बता दें कि रविवार को चार दरवाजा के पास शिव मंदिर में कांवड़ चढ़ा रहे लोगों पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया था। इसके बाद से क्षेत्र में तनाव था। सोमवार रात को यह उग्र हो गया। कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि पथराव के बाद सभी थानों से पुलिस बलों को मौके पर भेज दिया गया था। भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए। पूरे इलाके में जाब्ता तैनात किया गया है। फिलहाल क्षेत्रा में शांति है। पथराव में पुलिसकर्मी का सिर फूटा घायल पुलिसकर्मी राम प्रसाद ने बताया कि वह दो साथियों के साथ चेतक पर तैनात थे। रात करीब 10:30 बजे कुछ लोग नारेबाजी करते हुए दिल्ली रोड पर आए और जाम लगा दिया। इसी बीच भीड़ में से कुछ उत्पाती लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। हम बीच-बचाव करने लगे। भीड़ हजारों में थी। मेरे सिर पर कब चोंट लगी इसका पता ही नहीं चला।