बिकरु गांव में 8 पुलिसवालों की हत्या के बाद फरार चल रहे 5 लाख के मोस्ट वांटेड विकास दुबे को गुरुवार सुबह उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से पकड़ लिया गया है। इतनी बड़ी वारदात के बाद यूपी पुलिस की 100 से ज्यादा टीमें विकास को तलाश रही थीं। लेकिन विकास दुबे की महाकाल मंदिर में बेहद नाटकीय ढंग से हुई गिरफ्तारी पूरे पुलिस सिस्टम पर सवाल खड़ा कर रही है। यूपी पुलिस का इतना लंबा चौड़ा अमला आखिर विकास को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पाया? विकास कैसे इन छह दिनों कई राज्यों की सीमाएं नापता रहा? विकास की गिरफ्तारी के बाद यह सवाल और जोर पकड़ रहे हैं। वारदात के बाद दो दिन कानपुर में ही रहा था विकास वारदात के बाद ही घर के पीछे खड़ी बाइक से भागा विकास दो दिनों तक कानपुर में ही शिवली में ही दोस्त के घर ठहरा रहा। लेकिन यूपी एसटीएफ और 40 थानों की पुलिस उसका कोई सुराग नहीं लगा सकी। इसके बाद विकास कानपुर से 92 किमी दूरी तय कर औरैया पहुंचा। जहां वह मौरंग लदे ट्रक में सवार हो गया था, ताकि उसका पुलिस से सामना न हो सके। उसके बाद वह 385 किमी की दूरी तय कर फरीदाबाद पहुंच गया। सोमवार की दोपहर 3:19 बजे उसकी आखिरी लोकेशन फरीदाबाद मिली थी। पुलिस टीम कई राज्यों में विकास की तलाश का दावा कर रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिली। फरीदाबाद से 773 किमी दूर उज्जैन कैसे पहुंचा विकास फरीदाबाद में एक सीसीटीवी फुटेज में नजर आता है। लेकिन उसके 17 घंटे बाद वह गुरुवार सुबह 8:45 बजे 773 किमी दूर उज्जैन में पकड़ा गया। कानपुर से फरीदाबाद और उसके बाद उज्जैन तक उसने करीब 1250 किमी की दूरी तय की। लेकिन इस बीच पुलिस उसे तलाश नहीं सकी। सवाल यह भी उठता है कि कोरोना के कारण इस समय पब्लिक ट्रांसपोर्ट अभी पूरी तरह से चालू नहीं है तो विकास कैसे एक राज्य से दूसरे राज्य में जा रहा था।