एसओजी ने राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त कर कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश का खुलासा करते हुए शुक्रवार को केस दर्ज किया है। एसओजी के अनुसार उसने अवैध हथियार व विस्फाेटक सामग्री की तस्करी से जुड़े मामले में माेबाइल नंबर 9929229909 व 8949065678 को सर्विलांस पर लिया हुआ था। इन पर हुई बातचीत में सामने आया है कि राज्यसभा चुनाव से पहले सरकार गिराने की साजिश रची गई थी। विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए देने की जानकारी भी सामने आई है। एटीएस एंड एसओजी एडीजी अशाेक राठाैड़ का कहना है कि बातचीत में सरकार गिराने, नई सरकार बनाने और विधायकों की कमाई का पूरा ब्योरा है। इस संबंध में जांच शुरू कर दी गई है। इस बीच इन नंबरों के संचालकों को हिरासत में ले लिया गया। डीजीपी डॉ. भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उदयपुर से अशोक सिंह चौहान तथा ब्यावर से भारत भाई को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि अशोक हिस्ट्रीशीटर है। एसओजी की टीम इन दोनों को जयपुर लेकर आ रही है। जहां दोनों से पूछताछ की जाएगी। पहले सरकार गिराने की बातें : दो विधायकों को प्रलोभन एसओजी के इंस्पेक्टर विजय कुमार द्वारा दर्ज एफआईआर में लिखा है कि कुशलगढ़ विधायक रमीला खड़िया काे एक भाजपा नेता धन का प्रलाेभन देकर अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहे हैं। माेबाइल पर विधायक महेन्द्रजीत सिंह के संबंध में बातचीत करते हुए कहा जा रहा है कि पहले वे उप मुख्यमंत्री के पाले में थे, लेकिन अब पाला बदल लिया है। फिर बनाने की : बोले- डिप्टी सीएम के ग्रह बदलने वाले हैं बातचीत में कहा जा रहा था कि यहां डिप्टी सीएम व सीएम में झगड़ा चल रहा है। कांग्रेस व निर्दलीय विधायकाें काे ताेड़कर सरकार गिराई जाए। उप मुख्यमंत्री के ग्रह नक्षत्राें में 30 जून के बाद तेजी आएगी। नए सीएम पर कहा जा रहा है कि भाजपा अपना सीएम चाहती है, डिप्टी सीएम कह रहे हैं मैं बनूंगा। उन्हें केन्द्र में मंत्री बना दिया जाएगा। रणनीति फेल होने की चर्चा : बाड़ाबंदी से साजिश नाकाम राज्यसभा चुनाव से पहले सभी विधायकाें की बाड़ाबंदी पर वार्ता करते हुए ये कह रहे हैं कि 25-25 कराेड़ रु. वाला मामला अब टांय-टांय फिस्स हाे गया है। बता दें कि सीएम गहलाेत ने राज्यसभा चुनाव से पहले भाजपा द्वारा विधायकाें काे 25-25 कराेड़ रु. का प्रलाेभन देनेे की बात कही थी। मुख्य सचेतक महेश जाेशी ने 12 जून काे शिकायत भी की थी।