बिहार के भागलपुर जिले के कहलगांव में 40 साल में 828 करोड़ रुपए की लागत से तैयार बटेश्वर गंगा पंप कैनल प्रोजेक्ट का डैम ट्रायल के दौरान टूट गया। सीएम नीतीश कुमार बुधवार को सुबह 11.20 बजे इसका इनॉगरेशन करने वाले थे। इसके लिए सभास्थल भी सजकर तैयार था, लेकिन मंगलवार की शाम चार बजे 12 में से सिर्फ 5 मोटर पंप चालू किए गए, इसके करीब एक घंटे बाद डैम टूट गया। पहले दो बार टला था इनॉगरेशन... - कलेक्टर आदेश तितरमारे के मुताबिक, डैम टूटने के बाद नीतीश कुमार का दौरा रद्द कर दिया गया है। - बुधवार से डैम की मरम्मत का काम शुरू होगा। उसके बाद ही इसका इनॉगरेशन होगा। - बता दें कि इससे पहले भी 2 बार इसके इनॉगरेशन का प्रोग्राम बना था, लेकिन किसी वजह से सीएम नहीं पहुंच पाए थे। एक घंटे भी प्रेशर नहीं सह पाया - नहर पर बने इस डैम में कुल 12 मोटर लगी हैं, लेकिन ट्रायल के वक्त सिर्फ 5 को ही चालू किया गया था। यानी, यह करीब आधा प्रेशर एक घंटे भी नहीं बर्दाश्त कर पाया। - देखते ही देखते एनटीपीसी हाउसिंग कॉम्पलेक्स के करीब पुल के बाजू में डैम का एक हिस्सा टूट गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि एनटीपीसी की कॉलोनी के सभी घरों में घुटने तक पानी भर गया। - ओगरी और श्यामपुर पंचायत के कुछ मोहल्लों में भी पानी घुस गया। वहीं, रानीपुर लधरिया के पास सड़क कट गई। खेतों में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई। - घटना की सूचना पर कलेक्टर और तितरमारे और एसएसपी मनोज कुमार मौके पर पहुंचे। वहां से लोगों को हटाया गया। 40 साल मे पूरा हो पाया प्रोजेक्ट - इस प्रोजेक्ट का भूमि पूजन 1977 में तत्कालीन जल संसाधन मंत्री और कहलगांव के उस वक्त विधायक सदानंद सिंह ने किया था। - जब प्रोजेक्ट शुरू हुआ था तब इसकी लागत 13.88 करोड़ रुपए थी, लेकिन बढ़ते-बढ़ते यह 828.80 करोड़ हो गई। - इसे पूरा होने में 40 साल लग गए। इस प्रोजेक्ट से बिहार के 21 हजार 700 हेक्टेयर और झारखंड के 4 हजार 883 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई होगी। - इसके लिए स्टेज एक में 650 हार्सपावर की 6 मोटर और 450 हार्स पावर की 6 मोटर लगाई गई हैं। 650 हार्स पावर की एक मोटर हर सेकंड 150 क्यूसेक पानी फेंकती है, जबकि 450 हॉर्स पावर की एक मोटर 60 क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड फेकती है। - विभाग के अफसरों की मानें तो एक साथ अगर सभी मोटर को चालू कर दिया जाय तो करीब 1260 क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड इससे लिया जा सकता है।