नरेंद्र मोदी मंगलवार को पहली बार सीप्लेन के जरिए अहमदाबाद के साबरमती रिवर फ्रंट से धरोई डैम पहुंचे। डैम से वे सड़क के रास्ते अंबाजी मंदिर गए और यहां दर्शन किए। अंबाजी मंदिर जाते वक्त उन्होंने रोड शो भी किया। उन्हें यह दूरी तय करने में करीब 3 घंटे लगे। इस प्लेन से सफर करने वाले वे भारत के पहले पीएम हैं। देश में सीप्लेन की ये पहली उड़ान है। बता दें, किफायती हवाई सेवाएं देने वाली एयरलाइन्स स्पाइस जेट ने शनिवार को ही मुंबई की गिरगांव चौपाटी पर सीप्लेन का ट्रायल किया था। स्पाइस जेट जापान की सेतोची होल्डिंग्स के साथ मिलकर 6 महीने से 10 और 12 सीटों के पानी और जमीन पर उतरने वाले प्लेन का ट्रायल कर रही है, ताकि छोटे शहरों में भी हवाई सेवा मुहैया कराई जा सके। - रिवर फ्रंट पर सीप्लेन में मोदी के चढ़ने के लिए तैरता हुआ प्लेटफॉर्म बनाया गया था। सीप्लेन और उसके पायलट जॉन अमेरिकन हैं। - मोदी ने सोमवार को एक सभा में सीप्लेन से अंबाजी मंदिर जाने की बात की जानकारी दी थी। - मोदी ने कहा था, "हम हर जगह एयरपोर्ट्स तो नहीं बना सकते, इसलिए सरकार ने सीप्लेन लाने की योजना बनाई है।" - बता दें कि सोमवार को एडमिनिस्ट्रेशन से मंगलवार को मोदी के रोड शो को परमिशन देने से इनकार कर दिया था। लॉ एंड ऑर्डर व लोगों को होने वाली परेशानी को इसकी वजह बताया गया था। किसने क्या कहा? - बीजेपी स्पोक्सपर्सन संबित पात्रा ने कहा, "ये साधारण फ्लाइट नहीं है। ये गुजरात में विकास का प्रदर्शन है। मां साबरमती में भरा लबालब पानी दिखाता है कि गुजरात में लगातार विकास हुआ है। अभी तक विकास की ही जीत हुई है। 18 दिसंबर को भी विकास ही जीतेगा।'' - कांग्रेस स्पोक्सपर्सन रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्विटर पर लिखा, "‘विकास’ की बातें ऊनको न भाई, कहते हैं ऊनको ‘हवा-हवाई’। गुजरात की जनता परेशान, पर मेरा जीवन तो आलीशान।'' - हार्दिक पटेल ने कहा, "किसान प्लेन से खेत में कीटनाशक डाल सके, ऐसा कुछ कीजिएगा।'' मोदी ने किया ट्वीट - मोदी ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया, "मंगलवार सुबह मैं अहमदाबाद में साबरमती नदी से धरोई डैम तक सीप्लेन से ट्रैवल करूंगा। उसके बाद अंबाजी मंदिर में मां अंबा के दर्शन करूंगा। हवाई, रोड और रेल कनेक्टिविटी के साथ ही हमारी सरकार पानी के रास्ते सफर के लिए काम कर रही है और ये सब 125 करोड़ भारतीयों के लिए किया जा रहा है।" क्या होता है सीप्लेन? - सीप्लेन वॉटर बॉडी पर लैंड हो सकता हैं। इसे पानी पर से ही टेकऑफ कराया जा सकता है। - इनमें एंफीबियस कैटेगरी के प्लेन पानी के साथ ही जमीन पर भी लैंड कराए जा सकते हैं। दुनिया में उड़ रहे ऐसे 200 एयरक्राफ्ट सेटोची होल्डिंग्स 'QUEST' ब्रांड के तहत पानी और जमीन पर उतरनेवाले एयरक्राफ्ट बनाती है। दुनिया में पिछले 10 सालों से करीब 200 Kodiak Quest एयरक्राफ्ट उड़ रहे हैं।