लाइन ऑफ कंट्रोल यानी LoC पर पाकिस्तान की फायरिंग का भारत की तरफ से भी करारा जवाब दिया जा रहा है। शुक्रवार सुबह 6.40 बजे शुरु हुई फायरिंग शनिवार सुबह तक जारी थी। पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक, भारत की फायरिंग में शुक्रवार को 4 सिविलियन मारे गए। इसके अलावा पाकिस्तान को और भी काफी नुकसान हुआ है। बता दें कि शुक्रवार को पाकिस्तान की फायरिंग में दो जवान शहीद हो गए थे जबकि दो आम लोगों की भी मौत हो गई थी। पाकिस्तान मीडिया ने बताए नाम - पाकिस्तान सरकार की तरफ से पिछले दिनों कहा गया था कि बॉर्डर से लगी खतरे वाली जगहों पर से आम लोगों को हटा दिया गया है। लेकिन, वहीं के अखबार ‘द नेशन’ ने सरकार के झूठ को सामने ला दिया। - अखबार के मुताबिक, शुक्रवार को भारत ने जो फायरिंग की उसमें सियालकोट के चार लोग मारे गए। इनमें से दो महिलाएं हैं। अखबार ने इन सभी लोगों के नाम भी पब्लिश किए हैं। अखबार के खुलासे पर सरकार की तरफ से फिलहाल को बयान जारी नहीं किया गया है। - पाकिस्तान मीडिया की खबरों के मुताबिक, बॉर्डर एरिया और LoC पर भारत की फायरिंग में काफी नुकसान हुआ है। वहां की लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने आर्मी के साथ एक इमरजेंसी मीटिंग भी की है। भारत के डिप्टी हाईकमिश्नर तलब - गुरुवार के बाद शुक्रवार रात भी पाकिस्तान भारत के डिप्टी हाईकमिश्नर जेपी. सिंह को तलब किया गया। सिंह से कहा गया कि भारत सीजफायर वॉयलेशन कर रहा है और इसे फौरन रोका जाए। - सियालकोट के डिप्टी कमिश्नर फारुख नवीद ने मीडिया को बताया कि खतरनाक हालात को देखते हुए सियालकोट और नरोवाल जिलों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है। सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद कर दिए गए हैं। कुछ जगहों पर शेल्टर कैंप भी लगाए गए हैं। बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण: बीएसएफ - बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा ने शुक्रवार को कहा था, “जम्मू-कश्मीर में एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर पर स्थिति काफी तनावपूर्ण हैं। बीएसएफ के जवान पाकिस्तान की ओर से की जा रही गोलीबारी का करारा जवाब दे रहे हैं।” - पिछले दिनों भारत की ओर से की गई कार्रवाई में पाकिस्तान को बहुत नुकसान हुआ है। इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान के दो चौकियों को तबाह कर दिया। 2 साल में 363 आतंकवादी ढेर - जम्मू-कश्मीर में पिछले दो सालों में अलग-अलग घटनाओं में 363 आतंकवादी और 71 नागरिकों की मौत हुई। विधायक सतपाल शर्मा के एक लिखित सवाल के जवाब में गृह मामलों की प्रभारी और सीएम महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को विधानसभा में यह जानकारी दी। - 2016 में आतंकवादी हमलों और सीमा पार गोलीबारी में 20 नागरिकों की मौत हुई थी और इसी दौरान 31 स्थानीय आतंकवादी तथा 119 भाड़े के विदेशी आतंकवादी मारे गए थे। - 2017 में हिंसा की घटनाओं में 51 नागरिक मारे गए थे और 86 स्थानीय और 127 भाड़े के आतंकवादियों सहित 213 आतंकवादी ढेर हुए थे।