बैंकिंग इंडस्ट्री के सबसे बड़े फ्रॉड के आरोपी मेहुल चौकसी ने अपने कर्मचारियों को एक लेटर लिखा है। इसमें मेहुल ने कहा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और अंत में जीत सच्चाई की ही होगी। शनिवार को मेहुल के वकील संजय एबट ने लेटर को रिलीज किया। बता दें कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स के मालिक मेहुल चौकसी 11,356 करोड़ के पीएनबी बैंक फ्रॉड में आरोपी हैं। इन लोगों पर पीएनबी के अफसरों से मिलिभगत कर फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (LoUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में कई हजार करोड़ की रकम ट्रांसफर करने का आरोप है। - मेहुल ने लेटर में कहा, ‘मैं अपनी नियति के लिए तैयार हूं। मैं जानता हूं कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया और अंत में जीत सच्चाई की ही होगी।” - “जिस तरह से कई सारी जांच एजेंसियों/सरकारी एजेंसियों ने हमारी कंपनियों को बंद कराने के लिए तबाही मचाना शुरू किया है, उससे मुझे बहुत सारी दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है।” नीरव मोदी ने पीएनबी मैनेजमेंट को लिखा था लेटर - मेहुल चौकसी से पहले हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने पीएनबी मैनेजमेंट और अपने कर्मचारियों के नाम लेटर लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि पीएनबी ने जल्दबाजी में मामले को उजागर कर दिया जिससे उनका धंधा और ब्रांड दोनों चौपट हो गए। जिसके चलते रिकवरी के सारे रास्ते भी बंद हो गए। क्या है पूरा मामला? - पंजाब नेशनल बैंक ने पिछले दिनों सेबी और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को 11,356 करोड़ रुपए के घोटाले के जानकारी दी थी। घोटाले को पीएनबी की मुंबई की ब्रेडी हाउस ब्रांच में अंजाम दिया गया।