जम्मू-कश्मीर के राजौरी में पाकिस्तानी गोलाबारी से लोगों की सुरक्षा के लिए 5,500 से ज्यादा बंकर, 200 सामुदायिक भवन और सीमा भवन बनाए जाएंगे। राज्य सरकार के अफसर के मुताबिक, राजौरी में चल रहा निर्माण कार्य इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। इसके लिए गृह मंत्रालय और राज्य सरकार ने 153 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है। बता दें कि इस साल पाकिस्तान की ओर से 800 से ज्यादा बार गोलाबारी की गई है। फायरिंग में 19 जवान समेत 44 लोगों की मौत हुई है। हर परिवार के लिए एक बंकर - अफसर के मुताबिक, सीमा से 3 किलोमीटर तक के दायरे में आने वाले गांवों के लोगों के लिए बंकर आदि बनाए जाएंगे। 5196 बंकरों का निर्माण 120 किलोमीटर तक की सीमा में 7 ब्लॉकों में किया जाएगा। - "पहले चरण में सीमा से लगे गांवों के हर परिवार का निजी बंकर बनाया जाएगा। 260 सामुदायिक बंकर और 160 सामुदायिक हॉल बनाए जाएंगे। ये हॉल और बंकर स्कूल, अस्पताल, पुलिस चौकी, पुलिस स्टेशन, सरकारी भवनों के पास बनाए जाएंगे, ताकि गोलाबारी के समय लोगों को आसानी से इन जगहों से निकाला जा सके। बॉर्डर भवनों की क्षमता 10 हजार लोगों को शरण देने की होगी और ये सुंदरबानी, नौशेरा, डूंगी, राजौरी और मंजाकोट में बनाए जाएंगे। मई में 10 दिन तक की फायरिंग - पाकिस्तान ने इस महीने 14 मई से लगातार 24 मई तक फायरिंग की। फायरिंग और गोलाबारी में 11 लोगों की मौत हो गई थी। 60 से ज्याादा घायल हुए। पाकिस्तानी रेंजरों और सेना की ओर से फायरिंग और मोर्टार से बॉर्डर पर स्थित अरनिया, कठुआ, सांबा और जम्मू के 120 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए। 1 लाख से ज्यादा लोगों को शिविरों में रहना पड़ा। केंद्र ने पिछले साल 14,460 बंकर बनाने की घोषणा की थी - बता दें कि सरकार ने बॉर्डर पर रह रहे लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर पिछली साल दिसंबर में 14,460 सामुदायिक और व्यक्तिगत बंकर बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए 415 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है।