बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने अपने 63वें जन्मदिन पर भाजपा और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि सपा से गठबंधन लोकसभा चुनाव में अहम साबित होगा। कार्यकर्ता अपने गिले-शिकवे भुलाकर और निजी स्वार्थों को किनारे रखकर उम्मीदवारों को जिताएं। यही मेरे लिए जन्मदिन का तोहफा होगा। मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार से कांग्रेस एंड कंपनी को भी सबक लेना चाहिए। जनता ने धन्नासेठों का समर्थन करने वालों काे नकार दिया। तीनों राज्यों में कांग्रेस सरकारों पर अभी से अंगुली उठने लगी है।'' कांग्रेस की नीतियों से दलितों के साथ अन्याय हुआ बसपा सुप्रीमो ने कहा, ''आजादी के बाद से कांग्रेस ने एकछत्र राज किया, लेकिन इस दौरान बनी नीतियों के चलते दलित और शोषितों के साथ अन्याय हुआ। उनका विकास नहीं हुआ। इसीलिए 14 अप्रैल 1984 को बसपा का गठन हुआ था। हमारे अलावा कई पार्टियां बनीं, जिनकी विचारधारा कांग्रेस जैसी ही है। इस वजह से जरूरतमंदों की हालत नहीं सुधरी।'