भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर ने गुरुवार को एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया। आगर-मालवा में चुनाव प्रचार के सिलसिले में पहुंचीं प्रज्ञा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि नाथूराम गोडसे सबसे बड़े देशभक्त थे, हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा कि गोडसे को आतंकवादी बोलने वाले लोग पहले स्वयं अपने गिरेबां में झांक कर देखें। ऐसा बाेलने वालों को इस चुनाव में जनता द्वारा जवाब दे दिया जाएगा। प्रज्ञा ठाकुर देवास-शाजापुर संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी महेन्द्र सिंह सोलंकी के लिए प्रचार करने पहुंचीं थीं। तमिल अभिनेता और मक्कल निधि मैयम के अध्यक्ष कमल हसन ने महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को पहला हिंदू आतंकवादी कहा था। कमल हसन के इस बयान की हिंदूवादी संगठनों ने कड़ी निंदा की थी। इसी बयान पर प्रज्ञा से सवाल पूछा गया था। बयान की निंदा करते हैं- भाजपा जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि भाजपा साध्वी प्रज्ञा के इस बयान से सहमत नहीं है। हम इसकी निंदा करते हैं। पार्टी उनसे इस बारे में स्पष्टीकरण मांगेगी और उन्हें इसके लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। गोडसे का महिमामंडन देशद्रोह है- दिग्विजय सिंह दिग्विजय सिंह ने कहा- मोदीजी, अमित शाहजी और भाजपा की राज्य इकाई को इस पर अपना बयान देना चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए। मैं इस बयान की निंदा करता हूं। नाथूराम गोडसे एक हत्यारा था। उसका महिमामंडन करना देशभक्ति नहीं है, यह देशद्रोह है। हेमंत करकरे पर भी दिया था विवादित बयान इससे पहले प्रज्ञा ठाकुर ने अयोध्या में राम मंदिर और महाराष्ट्र के शहीद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे को लेकर भी बयान दिया था। साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि हेमंत करकरे को संन्यासियों का श्राप लगा और मेरे जेल जाने के करीब 45 दिन बाद ही वह 26/11 के मुंबई आतंकी हमले का शिकार हो गए। प्रज्ञा का मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह है। भोपाल ससंदीय सीट पर 12 मई को मतदान हो चुका है। अब अंतिम चरण चरण यानी 19 मई को प्रदेश के मालवा-निमाड़ की 8 सीटों पर मतदान है