प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भगवान बद्रीनाथ की पूजा-अर्चना की। इससे पहले वे करीब 17 घंटे बाद केदारनाथ की गुफा से बाहर निकले। मंदिर में भगवान शिव की दूसरी बार पूजा की। उन्होंने कहा कि कल गुफा में रहने के दौरान बाहरी दुनिया से पूरी तरह कटा रहा। सिर्फ अपने में रहा। इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मोदी की यात्रा के कवरेज को आचार संहिता का उल्लंघन बताया। शनिवार को मोदी केदारनाथ पहुंचे थे। यहां उन्होंने भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने के बाद केदार धाम में विकास कार्यों का जायजा लिया था। कल दोपहर में वे 2 किमी की चढ़ाई कर गुफा में ध्यान लगाने के लिए गए थे। ‘केदारनाथ के लिए कुछ करने का मौका मिला’ मोदी ने कहा, ‘‘यहां आने का मुझे कई वर्षों से अवसर मिलता रहा है। इन दिनों केदारनाथ बार-बार आने का मौका मिलता है। यहां जो आपदा आई और उस समय मैं यहां पहुंचा था। दिल में एक कसक थी कि कुछ करना चाहिए। गुजरात में रहते हुए अपनी तरह से कुछ करता रहता था। इसके बाद प्रधानमंत्री बना। उत्तराखंड में भी अपने अनूकुल सरकार मिली। वैसे तो यहां 3-4 महीनों से ज्यादा काम करने का मौका नहीं मिलता। बर्फ 50 फीट से ऊपर चली जाती है। तापमान भी काफी गिर जाता है।’’ ‘वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से केदारनाथ की जानकारी लेता रहता हूं’ प्रधानमंत्री के मुताबिक, ‘‘इस धरती से मेरा एक विशेष नाता भी रहा है। कल से मैं यहां हूं, दो दिन एक गुफा में रहने चला गया था। एकांत अवसर बहुत लंबे अरसे के बाद मिला। सामने ही 24 घंटे बाबा के दर्शन हो सकते हैं, ऐसी गुफा है। वहां एक छोटा छेद किया गया है, वहां से बाबा के दर्शन कर सकता हूं। तो मैं वर्तमान के भारत की स्थिति से बाहर था। कोई कम्युनिकेशन नहीं रखा था।’’