यहां के डोंगरी में मंगलवार को 11.45 बजे 100 साल पुरानी चार मंजिला इमारत गिर गई। हादसे में 12 की मौत हो गई। न्यूज एजेंसी ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल के हवाले से यह जानकारी दी। मलबे में करीब 40 लोगों के फंसे होने की आशंका है। एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। इस बिल्डिंग में करीब 15 परिवार रहते थे। बिल्डिंग के अंदर महिलाएं और बच्चे भी फंसे हैं। बीएमसी के मुताबिक, डोंगरी के एमए सारंग रोड पर स्थित केसरबाई बिल्डिंग का आधा हिस्सा गिर गया। स्थानीय लोग भी रेस्क्यू अभियान में मदद कर रहे हैं। संकरी गली होने की वजह से राहत और बचाव कार्य में मुश्किल आ रही है। प्रशासन ने आसपास की इमारतों को खाली करा दिया है। 80-100 साल पुरानी थी इमारत- स्थानीय स्थानीय लोगों के मुताबिक, इमारत 80-100 साल पुरानी है। इमारत काफी खस्ताहाल में थी। इलाके में बारिश हुई। बारिश के बाद तेज हवा चल रही थी। उसी वक्त तेज आवाज आई। जब बाहर निकलकर देखा तो इमारत गिर गई थी। प्रधानमंत्री ने घटना पर दुख जताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, इमारत गिरने की घटना दुखद है। मृतकों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। आशा करता हूं कि घायल जल्द ही ठीक हो जाएंगे। महाराष्ट्र सरकार, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रसाशन रेस्क्यू कर रहा है और जरूरतों की मदद में साथ है।