मलेशियाई सरकार ने भारत के इस्लामिक उपदेशक और भगोड़े जाकिर नाइक पर बड़ी कार्रवाई की है। जाकिर पर मलेशिया में किसी भी नस्लीय राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने और भड़काऊ भाषण देने पर प्रतिबंध लगाया गया है। जाकिर पर मलेशिया में अल्पसंख्यक समुदाय हिंदुओं और चीन के लोगों की भावनाएं आहत करने का आरोप है। मीडिया की मानें तो जाकिर का स्थायी निवासी का दर्जा भी छिन सकता है। इसके अलावा मलेशिया के मेलका राज्य ने भी जाकिर के भाषणों पर प्रतिबंध लगा दिया। ऐसा करने वाला वह देश का 7वां राज्य है। हाल ही में नाइक ने कहा था कि मलेशिया में हिंदुओं को भारत के मुस्लिमों के मुकाबले 100 गुना ज्यादा अधिकार मिले हैं। मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने कहा कि जाकिर को 2015 से मलेशिया में स्थायी निवासी का दर्जा मिला है। यदि वह देश को नुकसान पहुंचाने वाले कार्यों में लिप्त पाया गया तो स्थायी निवासी का दर्जा वापस लिया जा सकता है। जाकिर ने जुलाई 2008 में कहा था कि 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के लिए अलकायदा जिम्मेदार नहीं है। मेलका के मुख्यमंत्री अदली जहारी ने रविवार को कहा था कि जाकिर अब राज्य में किसी भी प्रकार के धार्मिक कार्यक्रम में भाषण नहीं दे सकेगा। हम सभी के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं, इसलिए हमने यह निर्णय लिया।