प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को यूएई दौरा पूरा करने के बाद बहरीन के मनामा पहुंचने। वे बहरीन जाने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। बहरीन के प्रधानमंत्री प्रिंस खलीफा बिन सलमान अल खलीफा एयरपोर्ट पर मोदी को लेने पहुंचे। इसके बाद अल-गुदाइबिया पैलेस में मोदी का सेरेमोनियल वेलकम किया गया। इससे पहले यूएई से रवाना होने के वक्त क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद खुद मोदी को छोड़ने पहुंचे थे। मोदी मनामा में किंग हमद बिन इसा अल खलीफा से द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे। इसके बाद वे बहरीन में मौजूद खाड़ी के सबसे पुराने श्रीनाथजी हिंदू मंदिर के पुनर्निर्माण कार्यों को भी देखेंगे। एनएसए अजीत डोवाल दौरे पर मोदी के साथ हैं। मोदी ने यूएई में रुपे कार्ड लॉन्च किया इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी को अबु धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जाएद अल नाह्यं ने शनिवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जाएद’ से सम्मानित किया। मोदी को ‘ऑर्डर ऑफ जाएद’ से भी नवाजे जाने की घोषणा इस साल अप्रैल में हुई थी। इसका मकसद भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती देना है। यह सम्मान दुबई के संस्थापक शेख जाएद बिन सुल्तान अल नाह्यां के नाम पर रखा गया है। मोदी ने शनिवार को रूपे कार्ड भी जारी कर दिया। उन्होंने यहां व्यापारी वर्ग से मुलाकात की और उनसे भारत में निवेश करने का आग्रह किया। इस दौरान मोदी ने कहा कि राजनीतिक स्थिरता, अनुमानित नीतिगत ढांचा भारत को निवेश के लिए आकर्षक बाजार बनाता है। यूएई में भारत के राजदूत नवदीप सिंह सूरी ने अमीरात पैलेस में रूपे कार्ड के लॉन्च के दौरान कहा कि मध्य पूर्व में संयुक्त अरब अमीरात पहला ऐसा देश है, जहां रूपे कार्ड की शुरुआत की गई। यूएई में अगले हफ्ते से प्रमुख दुकानों या मॉलों में इसे स्वीकार किया जाएगा। मोदी ने अपने रूपे कार्ड का उपयोग कर लॉन्च के दौरान यहां लगाए गए एक दुकान छप्पन भोग से लड्डू खरीदे। छप्पन भोग के मालिक और प्रबंध निदेशक विनय वर्मा ने खलीज टाइम्स को बताया कि कार्ड का उपयोग कर उन्होंने एक किलोग्राम मोतीचूर के लड्डू खरीदे। यूएई के 3 बैंक अगले हफ्ते से रूपे कार्ड जारी करना शुरू कर देंगे राजदूत सूरी ने कहा कि यूएई में तीन बैंक अमीरात एनबीडी, बैंक ऑफ बड़ौदा और फैब अगले हफ्ते से इसे जारी करना शुरू कर देंगे। यूएई के मरक्यूरी पेमेंट सर्विसेज और भारत के नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन के बीच दोनों देशों बीच भुगतान प्लेटफॉर्म के लिए टेक्नोलॉजी इंटरफेस स्थापित करने के लिए एक एमओयू का आदान-प्रदान किया गया।