जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने शुक्रवार को हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 5वीं भारत-जर्मनी इंटर-गवर्मेंट कंसल्टेशन में हिस्सा लिया। दोनों देशों के बीच 11 करार हुए। इनमें उड्डयन और अंतरिक्ष समेत अन्य क्षेत्र भी शामिल हैं। चांसलर मर्केल ने कहा- हम चाहते हैं कि स्थिर विकास और जलवायु सुरक्षा के लिए साथ मिलकर गंभीरता से लंबे समय तक काम करें। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- हम आतंक के खिलाफ लड़ाई में अपने द्विपक्षीय रिश्तों और सहयोग को और भी ज्यादा मजबूत करेंगे। मोदी ने कहा- हम दोनों देशों के रिश्ते लोकतांत्रिक और कानून पर आधारित हैं। यही कारण है कि दुनिया के बड़े और गंभीर मामलों पर हमारे विचार एक से हैं। उन्होंने कहा- हम आभारी हैं कि जर्मनी ने निर्यात नियंत्रण क्षेत्र में भारत की सदस्यता का समर्थन किया है। दोनों देश इन प्रयासों को जारी रखेंगे ताकि आपसी सहयोग बना रहे। हमारी इच्छा है ज्यादा भारतीय छात्र जर्मनी आए: मर्केल इससे पहले मर्केल ने कहा- जर्मनी में 20 हजार भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं। हमारी इच्छा है कि यह संख्या और बढ़े। हम चाहते हैं कि वोकेशनल ट्रेनिंग के लिए टीचर्स एक्सचेंज प्रोग्राम भी शुरू हो। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- भारत और जर्मनी का फोकस नई और एडवांस तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्किल्स, एजुकेशन और सायबर सिक्युरिटी जैसे मामलों पर सहयोग बढ़ाने पर है। इससे पहले भारत और जर्मनी के अफसरों के बीच डेलिगेशन स्तर की वार्ता हुई। राष्ट्रपति भवन में चांसलर मर्केल का औपचारिक स्वागत हुआ। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उनसे मिलने पहुंचे। मर्केल ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। दो दिनों के भारत दौरे पर हैं मर्केल यहां भारत-जर्मनी संंबंधों की अहमियत पर मर्केल ने कहा- दोनों देशों के बीच काफी करीबी रिश्ता है। हमारे मन में इस देश की विविधता के प्रति गहरा सम्मान है। मर्केल ने बताया कि वे और प्रधानमंत्री मोदी बैठक के दौरान कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। मर्केल दो दिनों के भारत दौरे पर हैं। मोदी-मर्केल के बीच 20 समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे इससे पहले मर्केल गुरुवार देर रात ही दिल्ली पहुंचीं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने उनका और जर्मन डेलिगेशन का स्वागत किया। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी और मर्केल की मुलाकात पांचवें इंटर-गवर्मेंटल कंसल्टेशन (आईजीसी) कार्यक्रम के दौरान होगी। माना जा रहा है कि दोनों नेता अलग-अलग क्षेत्रों में सहयोग के लिए 20 समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। ऑटोमोटिव कंपनी का दौरा करने गुड़गांव जाएंगी मर्केल विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के मुताबिक, मोदी और मर्केल के बीच यह एक साल में पांचवीं मुलाकात है। आईजीसी के दौरान दोनों पारंपरिक सेक्टरों (ऊर्जा, कौशल विकास और परिवहन) में सहयोग पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नवीकरणीय ऊर्जा भी चर्चा का विषय होंगे। मर्केल शनिवार को भारत और जर्मनी के बिजनेस डेलिगेशन के बीच मीटिंग का हिस्सा होंगी। इसके अलावा वे हरियाणा के गुड़गांव स्थित मानेसर में कॉन्टिनेंटल ऑटोमोटिव कम्पोनेंट्स प्राइवेट लिमिटेड का भी दौरा करेंगी। जर्मनी लौटने से पहले मर्केल दिल्ली के द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन जाएंगी।