पूर्वी लद्दाख में सेनाओं के बीच तनाव खत्म करने पर भारत और चीन के बीच शनिवार को लेफ्टिनेंट जनरल लेवल के सैन्य कमांडरों के बीच चर्चा हुई। रविवार को विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि अब चीन शांति से पूरे विवाद को सुलझाने के लिए तैयार है। द्विपक्षीय समझौते के मुताबिक दोनों पक्ष सीमाई इलाकों में शांतिपूर्ण समाधान पर सहमत हैं। विदेश मंत्रालय ने बताया, ‘‘दोनों देशों के बीच बातचीत बेहद शांतिपूर्ण और गर्मजोशी से भरे माहौल में हुई। दोनों पक्षों ने कूटनीतिक संबंधों की 70वीं सालगिरह को भी याद किया। दोनों देश इस बात पर सहमत हुए कि मसले का जल्द हल निकलने से रिश्ते आगे बढ़ेंगे।’’ दोनों देशों के बीच पहले सिक्किम और फिर लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर टकराव की स्थिति बनी हुई थी। इसकी शुरुआत 5 मई में पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील से हुई थी। मई में दोनों सेनाओं के बीच तीन बार झड़प हुई भारत और चीन के सैनिकों के बीच इस महीने तीन बार झड़प हो चुकी है। इन घटनाओं पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारतीय सैनिक अपनी सीमा में ही गतिविधियों को अंजाम देते हैं। भारतीय सेना की एलएसी के पार एक्टिविटीज की बातें सही नहीं हैं। वास्तव में यह चीन की हरकतें हैं, जिनकी वजह से हमारी रेग्युलर पेट्रोलिंग में रुकावट आती है।