राजस्थान में सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर विधायक दल की बैठक होनी है। इसमें 102 विधायक पहुंचने की सूचना है। इनमें से 92 कांग्रेसी और 10 निर्दलीय विधायक हैं। रविवार देर रात पार्टी ने व्हिप जारी किया था। इसके मुताबिक, यदि कोई विधायक बिना किसी विशेष कारण के गैरहाजिर रहेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले रविवार शाम डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने दावा किया था कि 30 कांग्रेस विधायक उनके समर्थन में हैं और राज्य की गहलोत सरकार अल्पमत में है। इसके साथ पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मनमुटाव को भी स्पष्ट कर दिया। कहा कि वे विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे। हालांकि, राजस्थान कांग्रेस के इंचार्ज अविनाश पांडे ने दावा किया कि हमारे पास 109 विधायकों के समर्थन पत्र हैं। गहलोत सरकार बहुमत में है। रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सभी से शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दरवाजे सभी के लिए हमेशा खुले हैं। किसी तरह का कोई मनमुटाव है तो पार्टी अध्यक्ष और आलाकमान से बात कर सकते हैं। सचिन पायलट प्रदेश में पार्टी प्रभारी अविनाश पांडे के सामने अपनी बात रख सकते हैं। पायलट जयपुर आने का समय भी बता सकते हैं। बैठक में उनका इंतजार रहेगा। भाजपा को जब प्रजातंत्र की हत्या करनी होती है तो 3 विभाग इनकम टैक्स, ईडी, सीबीआई आगे आ जाते हैं। चाहे भाजपा चाहे कितने भी प्रपंच रचे, राजस्थान सरकार और विधायकों को नहीं खरीद पाएंगे।