इंग्लैंड दौरे के लिए वनडे टीम में चुने गए अंबाती रायुडू के फिटनेस टेस्ट में फेल होने के बाद सुरेश रैना को टीम में शामिल किया गया है। वनडे टीम में उन्हें 2 साल 8 महीने बाद चुना गया है। माना जा रहा है कि उन्हें यह मौका अगले साल होने वाले विश्वकप को ध्यान में रखते में हुए दिया गया है। 31 साल के रैना ने आईपीएल 2018 में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। वे इंग्लैंड के खिलाफ जुलाई में खेली जाने वाली टी-20 सीरीज में पहले ही शामिल हैं। बीसीसीआई ने शुक्रवार को बेंगलुरु में खिलाड़ियों का फिटनेस टेस्ट कराया था। इसमें विराट कोहली समेत दौरे के लिए चुने गए सभी खिलाड़ी पहुंचे थे। रायुडू यहां ट्रेनिंग के दौरान यो-यो टेस्ट में फेल हो गए। बोर्ड ने यह जानकारी शनिवार को दी। इससे पहले भारतीय ‘ए’ के लिए तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और संजू सैमसन यो-यो टेस्ट में फेल हुए थे। अक्टूबर 2016 में रैना भी न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले यो-यो टेस्ट में फेल हो गए थे। आईपीएल 2018 में चेन्नई को विजेता बनाने में रायुडू की अहम भूमिका रही थी। उन्होंने 149.75 के स्ट्राइक रेट से 602 रन बनाए थे। वे आईपीएल 2018 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप पांच बल्लेबाजों में शामिल थे। क्या है यो-यो टेस्ट? भारतीय टीम प्रबंधन ने खिलाड़ियों की फिटनेस परखने के लिए यो-यो टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए 20 मीटर की दूरी पर दो लाइन बनाई जाती हैं। जिस खिलाड़ी का टेस्ट होना होता है, उसे इन लाइन के बीच दौड़ना होता है। जैसे ही बीप बजती है, उसे मुड़ना होता है। हर एक मिनट के बाद बीप बजने का अंतराल बढ़ता जाता है। तय समय पर लाइन तक नहीं पहुंचे तो बीप और जल्दी-जल्दी बजने लगती है। बीसीसीआई के मुताबिक, हर खिलाड़ी को इस टेस्ट में कम से कम 19.5 या इससे ज्यादा अंक हासिल करना जरूरी हैं। सेलेक्शन के पीछे अनुभव बड़ी वजह 31 साल के रैना ने 223 अंतरराष्ट्रीय वनडे मैचों में 5568 रन बनाए हैं। गेंदबाजी में भी उनके अनुभव का टीम को फायदा हो सकता है। चयनकर्ताओं के सामने रायुडू की जगह दिल्ली के ऋषभ पंत का भी नाम था, लेकिन रैना को लंबे अनुभव की वजह से मौका दिया गया। पंत इस साल आईपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी थे। टूर्नामेंट में विलियम्सन ने ही एकमात्र पंत से ज्यादा रन बनाए थे।