Published on October 14, 2025 | Views: 117
फरह। मनरेगा प्रधानों और सचिवों के लिए सोने के अंडे देने वाली मुर्गी सिद्ध हो रही है।
मनरेगा केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना है। योजना के तहत साल में बेरोजगार परिवारों को 100 दिन का रोजगार की गारंटी तय की गई है। इसके तहत पहले ग्रामपंचायत और क्षेत्र पंचायत सीमा में कच्चे कार्य शामिल थे , लेकिन कुछेक वर्षों से चालीस फीसदी पक्के निर्माण कार्यों को भी प्राथमिकता दी जा रही है। लेकिन इसके तहत ब्लॉक में भ्रष्टाचार की जड़ गहरी होती जा रही है। आला अधिकारी आंख बंद कर बैठे हैं। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार की अधिसूचना के तहत
मनरेगा मजदूरों का रविवार का अवकाश घोषित किया गया था। यानि छह कार्य दिवस पर एक अवकाश घोषित सुनिश्चित करने को आदेशित किया था। सामान्य तौर पर रविवार को सभी जगह अवकाश निश्चित किया गया। लेकिन कुछ माह में यह देखा जा रहा है कि रविवार को भी मस्टरोल तैयार किए जा रहे हैं। पिछले रविवार को फरह ब्लॉक में 1051 मस्टरोल तैयार किए गए। जनपद की बात करे तो सभी विकास खण्डों में इसी मा्डल पर 6178 मस्टरोल भरे गए हैं। प्रधान और सचिव रविवार को इस लिए भी अनुकूल मानकर चलते हैं कि इस दिन अवकाश रहता है। अधिकारी अमूमन छुट्टी पर होते हैं। ऐसे में निरीक्षण की टेंशन से भी छुटकारा रहता है।
मनरेगा के गहन जानकर और आर टी आई एक्टविस्ट श्री गिरधारी लाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बातया कि फर्जी उपस्थिति दर्शाकर छुट्टी के दिन जनपदभर में कार्य कराया जा रहा है। जो मनरेगा नियमों का उल्लंघन हैं। समाजसेवी केके सिंह कहते है कि अधिकारियों की मिलीभगत से मनरेगा योजना को चूना लगाया जा रहा है।
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फरह की 15 और बलदेव ब्लॉक की 14 पंचायतों में रविवार के दिन हुए काम
जनपद मथुरा के सभी दस विकास खण्डों में मनरेगा अधिनियम,श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की अधिसूचना तथा ग्राम विकास मनरेगा आयुक्त उत्तर प्रदेश के शासनादेशों की अवमानना कर रविवार के निर्धारित अवकाश के दिन भरी गयी फर्जी हाजिरी
रविवार 12 अक्टूबर को संपूर्ण जनपद में कुल 6178 मानव दिवस सप्ताहिक अवकाश के दिन बलदेव ब्लॉक में 897 छाता में 1204 चौमुंहा में 363 फरह में 1051 गोर्वधन में 529 मांट में 1105 मथुरा में 358 नंदगांव में 53 नौहझील में 340 राया में 278 फर्जी मानव दिवस की फर्जी फोटो के द्वारा एन एम एम एस पर हाजिरी भरी गयी जिसके फल स्वरूप रु० 252 की बेज रेट से रविवार को जनपद में 6178 फर्जी मानव दिवस सृजन हेतु 15 लाख 56 हजार 856 रु० का फर्जी हाजिरी से पलीता लगाया गया।
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ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधीन पोषित योजना को किस कदर तार तार किया जा रहा है, यह मंत्रालय में बैठे अफसर शायद ही समझ पाएं। हालांकि योजना से जुड़े लोगों का अपना तर्क यह हो सकता है कि सप्ताह में एक अवकाश की बात है, यह कभी हो सकता है। रविवार को काम कराया गया है तो कोई जुर्म नहीं बनता है।
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फोटो को ब्लर कर बना रहे फर्जी अटेंडेंस
मनरेगा में मजदूर का फोटो के साथ अटेंडेंस का प्रावधान है। इसके पीछे शासन की मंशा है कि बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा थमे। लेकिन खून में समाया फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार कही न कही रास्ता बना लेता है। वहीं इस मामले में हुआ। फोटो ब्लर कर फर्जी अटेंडेंस लगाई गई, ताकि फर्जीवाड़ा पकड़ में नहीं आ सके।
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अब देखना होगा की सक्षम अधिकारी संज्ञान लेकर जांच कराकर प्रभावी कार्रवाई करते हैं या नहीं ? और क्या आगे भी रविवार अवकाश की हाजिरी ऐसे ही भरी जाएगी ?
आगे की जानकारी अगले संस्करण में संक्षिप्त में दी जाएगी
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