Published on September 25, 2025 | Views: 238
आगरा। गढ़ी ईश्वरा, दिगनेर, शमशाबाद में चल रहे बाबा श्री मनकामेश्वर रामलीला महोत्सव 2025 के तृतीय दिवस मंचन में वह क्षण आया जिसका इंतजार हर भक्त को रहता है, प्रभु श्रीराम के जन्म का दिव्य प्रसंग। बुधवार की संध्या को लक्ष्मीनारायण स्वरूप की आरती के साथ मंचन का शुभारंभ हुआ। श्रीमहंत योगेश पुरी और मठ प्रशासक हरिहर पुरी ने की।
लीला का प्रारंभ में पृथ्वी माँ की करुण पुकार ने भक्तों को भावविभोर कर दिया। जब देवताओं ने भगवान विष्णु से प्रार्थना की, तब दशरथ-राजमहल में आनंद का वातावरण बना और लीला के मंच पर श्रीराम जन्म का दृश्य अवतरित हुआ। कलाकारों ने राम जन्मोत्सव को इतने जीवंत रूप में प्रस्तुत किया कि पूरा पंडाल ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष से गूंज उठा।
"जग मंगलक, मंगल करणा, विदित बिधु बिमल भव भरणा।
कौसल्या हितकारी, जगत पालन हारी॥"
राम जन्म प्रसंग के साथ बधाई गीत गाए गए। गाँव और नगर से आए श्रद्धालु बधाई के पारंपरिक स्वर सुनकर झूम उठे। महिलाओं ने मंगलगीत गाए और बच्चों ने नन्हे राम स्वरूप के दर्शन कर आरती उतारी। पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। बधाई स्वरूप मिष्ठान और टॉफियों का वितरण हुआ।
श्रीमहंत योगेश पुरी ने महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि राम जन्म लीला केवल एक मंचन नहीं, बल्कि यह भक्त और भगवान के बीच सीधा संबंध है। प्रभु राम जब अवतरित हुए तो उन्होंने सम्पूर्ण मानवता को धर्म और मर्यादा का संदेश दिया। यही संदेश हर दर्शक के हृदय तक पहुँचे, यही इस महोत्सव का उद्देश्य है।
मठ प्रशासक हरिहर पुरी ने कहा कि इस महोत्सव की आत्मा भक्ति और सेवा है। गुरुवार को सीता स्वयंवर, धनुष लीला, श्री राम और परशुराम जी संवाद के साथ भगवान श्री राम के विवाह की तैयारी आरंभ होंगी। शुक्रवार को भव्य राम बारात क्षेत्र में निकाली जाएगी।
Category: Dharm