लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है। राजस्थान में 29 अप्रेल और 6 मई को दो चरणों में चुनाव होने हैं। देशभर के साथ-साथ राजस्थान में भी आचार सहिंता लग चुकी है। जिसके चलते सोमवार को राजस्थान सरकार के कई मंत्रियों ने अपनी सरकारी गाड़ियां लौटा दी। जिसमें विश्वेंद्र सिंह, उदयलाल आंजना, प्रमोद जैन भाया और सुखराम बिश्नोई समेत कई मत्रियों ने अपनी गाड़िया लौटा दी है। वहीं, पीएसओ को भी रिलीव कर दिया गया है। आचार सहिंता के चलते प्रदेश में लगे चुनावी पोस्टर और बैनर भी हटाए जा रहे हैं। देररात पोस्टर हटाने का काम चलता रहा। वहीं, सोमवार सुबह निर्वाचन विभाग ने सचिवायल में आदर्श आचार सहिंता को लेकर एक मीटिंग रखी। जिसमें मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों को आदर्श आचार सहिंता के बारे में जानकारी दी। चुनावी व्यय पर रहेगी कड़ी नजर इससे पहले रविवार को आनंद कुमार ने बताया था कि लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार द्वारा चुनाव व्यय की सीमा 70 लाख रुपए है। चुनाव व्यय के मॉनिटरिंग के लिए आयोग द्वारा पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा जिले में चुनाव व्यय की मॉनिटरिंग प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम-से-कम 3-3 उड़न दस्ते, 1-1 सहायक निर्वाचन व्यय पर्यवेक्षक, वीडियो अवलोकन टीम और वीडियो सर्विलांस टीम के माध्यम से की जाएगी। अधिसूचना जारी होने के पश्चात् प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में न्यूनतम 3-3 स्थैतिक सर्विलांस टीम भी कार्य आरंभ कर देंगी।