गंगा यात्रा के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सिरसा पहुंचीं। यहां उन्होंने सिरसा घाट के पास गेस्ट हाउस में सभा की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नाम के आगे चौकीदार लगाने को लेकर कहा, ''उनकी मर्जी (मोदी) अपने नाम के आगे क्या लगाएं? मुझे एक किसान भाई ने कहा कि देखिए चौकीदार तो अमीरों के होते हैं, हम किसान तो अपने खुद चौकीदार हैं।'' प्रियंका ने कहा, "मैं आज इसलिए घर से बाहर निकली हूं क्योंकि देश संकट में है। आपने कांग्रेस की सरकारें देखी हैं। लेकिन अब जनता की आवाज को दबाया जा रहा है। देश आपका है। इसकी हिफाजत आप करें। 45 सालों में रोजगार की इतनी कमजोर स्थिति कभी नहीं हुई।'' भाजपा जनता को प्रताड़ित कर रही- प्रियंका इससे पहले गंगा यात्रा के पहले पड़ाव में प्रियंका प्रयागराज जिले के दुमदमा पहुंचीं। यहां उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात की। इस दौरान केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता को हाथ में पकड़कर सबको प्रताड़ित कर रही है। लोकतंत्र का मतलब है जनता की आवाज सुनी जाए। आज कोई नहीं सुन रहा। जनता अपनी मांग रखती है तो उस पर लाठीचार्ज किया जाता है। प्रियंका ने ग्रामीणों से कहा, आप ठीक तरह से सोचिए। समझिए फिर अपने वोट का इस्तेमाल कीजिए। कांग्रेस की सरकार में आपको मनरेगा मिला। जिन-जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें बनीं, वहां किसानों के कर्ज माफ किए गए। जबकि भाजपा के राज में चुनिंदा उद्योगपतियों के ही कर्ज माफ किए गए। मनैया घाट से शुरू की गंगा यात्रा प्रयागराज के मनैया घाट से प्रियंका ने वाराणसी के लिए गंगा यात्रा शुरू की। स्टीमर पर ही उन्होंने छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा की। इससे पहले प्रियंका ने संगम घाट पहुंचकर गंगा पूजन किया। फिर लेटे हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रियंका ने सरस्वती कूप और अक्षयवट के दर्शन भी किए। वह रविवार रात लखनऊ से प्रयागराज पहुंच गई थीं। प्रियंका करीब 28 महीने बाद प्रयागराज आईं है। उन्होंने यहां पुश्तैनी मकान स्वराज भवन में रात्रि विश्राम किया।