गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को बीकानेर के कोलायत में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि अगर देश से कांग्रेस खत्म हो जाए तो गरीबी अपने आप खत्म हो जाएगी। राजनाथ ने कहा कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा ही दिया। लेकिन कुछ किया नहीं। उनकी कथनी और करनी में अंतर के कारण भारत की राजनीति में विश्वास का संकट पैदा हुआ है। उन्होंने यहां भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के समर्थन में सभा की। राजनाथ ने कहा कि भाजपा ने इस विश्वास के संकट को चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। हम वहीं करेंगे जो कहेंगे। हम आपकी आंखों में धूल झोंककर राजनीति नहीं करेंगे। हमें राजनीति करनी होगी तो आपकी आंख में आंख डालकर राजनीति करेंगे। राजनाथ ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला। कहा- भामाशाह स्वास्थ्य योजना इतने सालों से चल रही थी। इतने लोगों का इलाज हो रहा था। इस सरकार ने उस योजना को समाप्त कर दिया। आयुष्मान योजना लागू नहीं की गरीबी खत्म करने की कला मोदी से सीखें- राजनाथ राजनाथ ने बताया कि अमेरिका का एक थिंक टैंक ने कहा कि उसने 2016 में एक सर्वे किया था। तब साढ़े 12 करोड़ लोग गरीबी के गंभीर संकट से गुजर रहे थे। 2019 के सर्वे में सामने आया कि साढ़े सात करोड़ लोग गरीबी के संकट से बाहर हो गए हैं। उन्होंने कहा, मैं अपने कांग्रेस के मित्रों से कहना चाहता हूं कि गरीबी कैसे खत्म की जाती है इसकी कला सीखनी है तो मोदी जी से सीखें। मेरा मानना है कि जिस दिन भारत कांग्रेस मुक्त हो जाएगा उस दिन भारत भी गरीबी मुक्त हो जाएगा। उन्होंने कहा- कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि अगर हमारी सरकार बन गई तो हम राष्ट्रद्रोह का कानून समाप्त कर देंगे। हमारा बस चले तो हम इस कानून को इतना सख्त बना दें कि राष्ट्रद्रोह की याद आते ही रुह कांप जाए। वहीं, पाकिस्तान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि साल 2014 में पाकिस्तान की गोलीबारी में बीएसएफ के पांच जवानों की जान चली गई। मैंने रात को टीवी पर खबर देखकर बीएसएफ के डीजी को फोन किया। मैंने पूछा कि आपने क्या कार्रवाई की। इस पर डीजी ने कहा हमने बार 16 बार पाकिस्तान को सफेद झंडा दिखाया लेकिन पाकिस्तान का कोई जवाब नहीं मिला। फिर मैंने उनसे पूछा कि सफेद झंडा होता क्या है। उन्होंने बताया कि सालों से परंपरा है कि कार्रवाई से पहले सफेद झंडा दिखाया जाता है। हमने पाक को 16 बार झंडा दिखाया। लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं मिला। मैंने पूछा कि आगे क्या सोचा है। उन्होंने कहा कि हमने एक बार और सफेद झंडा दिखाने के बारे मे तय किया। इस पर मेरा खून खौल गया और मैंने फोन पर आदेश दिया कि 17वीं बार पाकिस्तान को सफेद झंडा नहीं दिखाया जाना चाहिए। भारत की ओर से पहली गोली तो नहीं चलनी चाहिए। लेकिन अगर पाकिस्तान की ओर से एक भी गोली चल जाती है तो भारत की ओर से चलने वाली गोलियों को गिना नहीं जाना चाहिए।