थानागाजी विवाहिता से गैंगरेप मामले में शनिवार को भी शहर में लोगों ने प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में लोग जगन्नाथ मंदिर में प्रदर्शन करने पहुंचे। इस दौरान किरोड़ी लाल मीणा भी इस प्रदर्शन का हिस्सा बनने पहुंचे। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रूपवास फाटक पर जाम लगा दिया। उन्हे हटाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करने पड़ी। वहीं, किरोड़ी लाल मीणा ने गिरफ्तारी दी। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण न्याय तक हमारे कदम रुकेंगे नही,थकेंगे नही। बता दें कि मामला में सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही एक छठे आरोपी को वीडियो वायरल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। कार्रवाई में सात दिन देरी हुई, यह राजस्थान सरकार की गंभीर लापरवाही : एल मुरुगन मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष एल मुरुगन शुक्रवार को घटना की जांच करने पीडिता के गांव पहुंचे। उनके साथ राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता और डीजीपी कपिल गर्ग मौजूद रहे। मुरुगन ने पीड़ित से मिलने के बाद कहा कि 30 अप्रेल को मामला दर्ज हुआ और पुलिस 7 को एक्शन में आई। यह साफ तौर पर राजस्थान सरकार की लापरवाही है। जो हुआ, वह घटनाक्रम निंदनीय है। राज्य सरकार ने हमें बताया है कि उच्च स्तरीय कमेटी जांच कर रही है। हम उसकी रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। फिलहाल प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि पीड़ित के परिवार की नौकरी की मांग और सरकारी सहायता प्रदान की जाए। केस दर्ज में लापरवाह पुलिस कर्मियों को दंडित करें और पीड़ित परिवार को स्थायी सुरक्षा दी जाए। आयोग के निर्देश पर यू-ट्यूब से घटना से जुड़ा वीडियो हटवाया गया है। हम पीड़ित को न्याय दिलाने का हर जरूरी कदम उठा रहे हैं। क्या है मामला घटना 26 अप्रैल की है। पति और पत्नी गांव लालवाड़ी से तालवृक्ष जा रहे थे। थानागाजी-अलवर बाइपास रोड पर दुहार चौगान वाले रास्ते में 5 युवकों ने उन्हें रोका और पति काे बंधक बनाकर मारपीट की। पत्नी से गैंगरेप कर वीडियाे बना लिया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने पीड़ित दंपती से वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पैसे भी वसूल किए। आरोपियों ने फिर पैसों की डिमांड की तो परेशान दंपती 30 अप्रैल काे अलवर एसपी के पास पहुंचे। इसके बाद थानागाजी पुलिस थाने ने 2 मई काे एफआईआर दर्ज की। वीडियो वायरल होने के बाद घटना 6 मई को सार्वजनिक हुई।