टोंक में मदरसा पैराटीचर्स ने बुधवार को राज्य के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की मौजूदगी में नारेबाजी की। देवली गेट पर 16 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के लोकार्पण समारोह में पायलट आए थे। कार्यक्रम में मंच तक जाने से रोकने पर पैराटीचर्स ने पुलिस प्रशासन सहित पायलट के खिलाफ नारे लगाए। उनका कहना था कि वे अपनी बात पायलट तक एकबार फिर पहुंचाना चाहते हैं। इस दौरान पुलिस ने उनको कई जगहों पर रोके रखा। जो बात उनको नागवार हुई और उन्होंने अपनी मांगों के पक्ष में इस व्यवहार के खिलाफ नारे लगाए। उनका ये सवाल था कि आखिर बजट में उनके लिए कुछ प्रावधान क्यो नहीं किया गया जबकि उनको बार-बार आश्वासन दिया जा रहा था कि उनको सरकार नियमित करेगी। चुनाव से पूर्व घोषणा पत्र में भी उनसे ये वादा किया गया था। सचिन बोले कानून के दायरे में समाधान किया जाएगा लोकार्पण समारोह के आसपास पुलिस ने पैराटीचर्स को कई जगह रोके रखा, लेकिन कुछ पैराटीचर्स मंच के पास तक पहुंच गए। जिन्होंने अपना आक्रोश व्यक्त किया। बाद में कांग्रेस के नेताओं आदि ने समझाइश कर मामले को शांत किया तथा कुछ पैराटीचर्स मंच पर ज्ञापन देने पहुंचे। अपने भाषण के दौरान मंच से उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मदरसा पैराटीचर्स के संबंध में कहा कि उनकी ये मांग बहुत पुरानी है। सरकार ने उनकी मांगों के तहत समिति बनाई है, वो रिपोर्ट आदि के तहत विचार कर रही है। कानून के दायरे में उनकी मांग का समाधान किया जाएगा। आगे कोई अड़चन नहीं आए आदि को ध्यान में रखते हुए उनके हित के लिए कार्य किए जाने की बात कहीं। बारिश में भी धरना स्थल पर जमे रहे मदरसा पैराटीचर्स पिछले तीन दिन से अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। घंटाघर पर भी उनका प्रदर्शन तीसरे दिन भी बारिश के बीच जारी रहा। पैराटीचर्स ने कहा कि आश्वासन से काम नहीं चलेगा। अब उनकी मांगों को वादे के मुताबिक पूरा किया जाए। उन्होंने आंदोलन तेज किए जाने पर जोर दिया।