अयोध्या के दीपोत्सव, बरसाना के रंगोत्सव के बाद अब मथुरा में दिव्य और भव्य श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के आयोजन को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। प्रशासन का दावा है कि इस बार 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के यहां पहुंचने का अनुमान है। सभी आठ हजार मंदिरों को रंग-बिरेगी रोशनी से सजाया जाएगा। पुष्प वर्षा कराने की तैयारी भी सरकार की तरफ से की जा रही है। इस बार भगवान के जन्मोत्सव की घड़ी पर पूरे ब्रज में एक साथ शंखनाद होगा। कान्हा के शहर में हर प्रवेश द्वार पर दूर-दराज से आने वाले भक्तों का स्वागत होगा। ब्रज तीर्थ विकास परिषद और प्रशासन का अनुमान है कि 20 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव में शामिल होने के लिए पहुंचेंगे। उत्तर प्रदेश के साथ ही हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश, पंजाब, बिहार, उत्तराखंड समेत सभी प्रांतों से भक्तों के आने का अनुमान है। 22 अगस्त से शुरू होगा भक्तों के आने का सिलसिला इनके पहुंचने का सिलसिला 22 अगस्त से ही शुरू हो जाएगा। ब्रज तीर्थ विकास परिषद, पर्यटन विभाग और संस्कृति विभाग मिलकर कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। जिला पर्यटन अधिकारी डीके शर्मा ने बताया कि भगवान की लीलाओं का प्रदर्शन भी किया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मथुरा आने वाले सभी मार्गों को सजाया जाएगा मथुरा के हर प्रवेश द्वार को रंग बिरंगी रोशनी से सजाया जाएगा। इसके लिए भी मार्गों का चिन्हीकरण कर लिया गया है। लाइटों को लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। मथुरा के सभी प्रमुख मार्ग भी सजाए जाएंगे। कुछ स्थानों पर तो अभी से लाइटिंग शुरू भी कर दी गई है। हाईवे और एक्सप्रेसवे को टच करने वाले रास्ते भी सुंदर बनाए जाएंगे। छटीकरा मैदान पर होगा तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन ब्रज तीर्थ विकास परिषद की बैठक में यह तय किया गया है कि इस बार जन्माष्टमी पर तीन दिवसीय कार्यक्रम काआयेाजन किया जाएगा। वृंदावन में छटीकरा के समीप मां वैष्णो देवी मंदिर के बराबर करीब 12 एकड़ भूमि पर 23, 24 और 25 अगस्त को इसका आयोजन किया जाएगा। उक्त तिथियों पर प्रतिदिन सायंकाल किसी प्रमुख धर्मगुरू कथावाचक का एक घंटे प्रवचन कराया जाएगा साथ किसी ख्याति प्राप्त भजन गायक से प्रस्तुती भी कराई जाएगी। ब्रज में रात्रि में कृष्ण जन्म के बाद 12 बजकर पांच मिनट पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान समेत सभी मंदिरों में एक साथ शंखनाद किया जाएगा। 17 से 25 अगस्त तक होगा कार्यक्रमों का आयोजन राज्य के संस्कृति मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के अनुसार, इस बार उत्सव में इंडोनेशिया, मलेशिया के अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों के साथ असम, मणिपुर और गुजरात के कलाकार भी प्रस्तुति देंगे। इस दौरान कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश और बिहार के 1000 से ज्यादा लोक कलाकार भी विभिन्न कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति देंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में नई दिल्ली स्थित श्रीराम भारतीय कला केंद्र के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली ‘कृष्ण लीला’भी शामिल है। समारोह में भगवान कृष्ण के जीवन पर आधारित फिल्में और लेजर शो दिखाए जाएंगे। इस दौरान पेंटिंग और रंगोली प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। मथुरा-वृंदावन के सभी मंदिरों को आठ दिनों के इस उत्सव के लिए अच्छी तरह से सजाया जाएगा। आयोजन में स्कूली बच्चों द्वारा श्री कृष्ण की झांकियां भी प्रस्तुत की जाएंगी।