बियारिट्ज में जी-7 समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच मुलाकात हुई। दोनों नेताओं के बीच कश्मीर मसले पर बात हुई। साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोदी ने ट्रम्प के सामने दो टूक कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मसला है और हम दुनिया के किसी भी देश को इस पर कष्ट नहीं देना चाहते हैं। कश्मीर पर तीन बार मध्यस्थता की पेशकश कर चुके ट्रम्प ने कहा कि मोदी से पिछली रात इस मसले पर बात हुई। उन्हें विश्वास है कि कश्मीर के हालात उनके नियंत्रण में हैं। ट्रम्प ने कहा कि भारत और पाकिस्तान मिलकर अपनी समस्याएं सुलझा सकते हैं। मोदी ने कहा- ट्रम्प से मुलाकात अहम है। उन्होंने टेलिफोन कर मुझे बधाई दी थी। भारत और अमेरिका दोनों लोकतांत्रिक मूल्यों से चलने वाले देश हैं। भारत और अमेरिका की व्यापार के क्षेत्र में लगातार बातचीत हुई। हम अमेरिका के सुझावों का स्वागत करते हैं। भारतीय समुदाय अमेरिका में भारी इनवेस्टमेंट कर रहा है। भारतीय पीएम ने कहा- भारत और पाक के बीच कई द्विपक्षीय मसले हैं। पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान को मैंने फोन किया था। उनसे कहा था कि भारत-पाक के बीच कई द्विपक्षीय मसले हैं। दोनों देशों को गरीबी, अशिक्षा के खिलाफ लड़ना है। हम दोनों को मिलकर आतंकवाद के खिलाफ भी लड़ना है और दोनों देशों की अवाम की भलाई के लिए काम करना है। उन्होंने कहा- भारत और पाक के सभी मसले द्वपक्षीय हैं इसलिए हम दुनिया के किसी भी देश को कष्ट नहीं देना चाहते हैं। भारत और पाकिस्तान 1947 से पहले एक थे। हम अभी भी साथ मिलकर अपनी समस्याओं पर चर्चा कर सकते हैं। ट्रम्प ने कहा- कल रात मेरी प्रधानमंत्री मोदी से कश्मीर पर बात हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी को वास्तव में लगता है कि वहां के हालत उनके नियंत्रण में हैं। मोदी ने पाकिस्तान से बातचीत की है। मुझे यकीन है कि वे कुछ अच्छा करने में सक्षम हैं। वे कुछ कर सकते हैं।