अभिनेता संजय दत्त ने फिर से राजनीति में आने से फिलहाल इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह किसी भी पार्टी में शामिल नहीं हो रहे हैं। महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री महादेव जानकर ने रविवार को दावा किया था कि संजय उनकी पार्टी राष्ट्रीय समाज पक्ष (रासप) में शामिल होंगे। संजय ने कहा, 'रासप प्रमुख महादेव जानकर उनके दोस्त और भाई जैसे हैं। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।' रासप महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी पार्टी है। पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री महादेव जानकर ने पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा था कि हमने अपनी पार्टी के विस्तार के लिए सिनेमा जगत में काम करना शुरू किया है। इसी क्रम में संजय दत्त 25 सितंबर को हमारी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। सपा भी जॉइन की थी संजय 2009 में समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर लखनऊ लोकसभा चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन अदालत द्वारा शस्त्र अधिनियम के तहत उनकी सजा को निलंबित करने से इनकार करने के बाद वह पीछे हट गए थे। संजय सपा के महासचिव भी रह चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बहन और कांग्रेस प्रत्याशी प्रिया के लिए मुंबई में चुनाव प्रचार किया था। यरवदा जेल में सजा काटी संजय 1993 बम धमाके में आर्म्स एक्ट के तहत दोषी पाए थे। मार्च 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 5 साल की सजा सुनाई थी। 18 महीने की सजा वे पहले ही काट चुके थे। उन्हें साढ़े तीन साल की सजा और काटनी थी, लेकिन पुणे की यरवदा जेल में करीब 2 साल 9 महीने की सजा पूरी करने के बाद उनकी रिहाई का आदेश दे दिया गया। 25 फरवरी 2016 को संजय जेल से बाहर आए।