राजधानी के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी सभागार में शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी, सीबीएसई व आईसीएसई बोर्ड के 1695 मेधावियों को सम्मानित किया। इस दौरान बच्चों के माता-पिता के सिर भी सम्मान का सेहरा बंधा। इस मौके पर सीएम योगी ने सभी को बधाई दी। कहा कि, शिक्षा मात्र डिग्री प्राप्त करने का माध्यम नहीं, बल्कि सर्वांगीण विकास व बेहतर समाज की आधारशिला है। यह सम्मान समारोह उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित किया गया। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की राजस्तरीय मेरिट सूची में शामिल 120 मेधावियों को एक-एक लाख रूपए, टैबलेट व प्रशस्ति पत्र दिया गया। जबकि जिला स्तर पर टॉप टेन की सूची में शामिल 1575 मेधावियों को 21 हजार रूपए, टैबलेट देकर सम्मानित किया गया। मुन्ना भाई करते थे प्रदेश को बदनाम सीएम योगी ने कहा कि, जब प्रदेश में सरकार बनी तो नकल विहीन परीक्षा कराना सरकार का लक्ष्य था। पहली बार जब नकल पर रोक लगी तो 5 लाख छात्रों ने परीक्षा छोड़ी। ये लोग बाहरी प्रदेशों के मुन्ना भाई थे। 15 दिन के अंदर परीक्षा सम्पन्न हुई और 15 दिन में रिजल्ट भी आ गए। मैं माध्यमिक शिक्षा विभाग को बधाई देता हूं। इस बार सभी रेकॉर्ड बच्चों ने तोड़ दिया। स्कूल की सफाई करना अच्छी बात सीएम ने कहा कि, प्रदेश की सभी सावर्जनिक चीज हम सब की है। अगर कोई बच्चा स्कूल में अपने क्लास को साफ कर रहा है तो कोई गलत बात नहीं है। हम भी अपने स्कूल में साफ सफाई का काम करते थे, इसमें कोई बुराई नहीं है। बच्चा अगर स्कूल आए तो उसको पहले से विद्यालय साफ मिले। बच्चों को चुनौती से जुझने के लिए प्रेरित करें। विषम परिस्थिति अच्छी परिस्थितियों के आने का संकेत है। शार्टकट का रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। एक अंक से मेरिट ऊपर नीचे हो जाती है। छोटी-छोटी चीजों पर छात्रों को ध्यान देना चाहिए।