प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर जिला पुलिस अधीक्षकों की दो दिवसीय कॉफ्रेंस बुधवार को पुलिस मुख्यालय में शुरु हुई। यह मीटिंग खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री का जिम्मा संभाल रहे अशोक गहलोत ने ली। इस कॉफ्रेंस में डीजीपी डॉ. भूपेंद्र सिंह यादव सहित समस्त रेंज आईजी, एडीजी और अन्य पुलिस अधिकारी तथा गृह सचिव व तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे। कांफ्रेंस के पहले दिन मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रेस कॉफ्रेंस में मीडिया से बातचीत की। जिसमें उन्होंने पहलू खां की मौत की एसआईटी की जांच को लेकर कहा कि अब जल्द ही कभी भी एसआईटी की रिपोर्ट आ सकती है। इसके बाद दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने इसे सरकार व पुलिस प्रशासन की छवि धूमिल करने वाला बताया। गहलोत ने कहा कि पहलू खां मौत की पिछली सरकार में जिस तरह से गलत जांच की गई। इससे अभियुक्त बरी हो गए। अब ऐसे गंभीर केसों के अनुसंधान में कोई भारी लापरवाही नहीं हो। इसके लिए उच्चाधिकारियों की एक मॉनिटरिंग सेल बने। उसमें लॉ ऑफिसर भी रखे जाएंगे। ताकि अनुसंधान में कोई कमी नहीं रहे और मुल्जिमों को सजा मिल सके। सीएम गहलोत मॉब लिंचिंग और महिला व बाल अपराधों को लेकर भी काफी गंभीर नजर आए। उन्होंने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों से कहा कि जिले में आपकी जिम्मेदारी सबसे बड़ी है। आपको कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए फ्री हैंड दिया गया है।ऐसे में महिला और दलितों पर अत्याचार नहीं हो। मॉब लिंचिंग ना हो। एक्सीडेंट के केस नहीं बढ़ने चाहिए। इसके लिए एसपी जिम्मेदारी लेकर मजबूती से कार्रवाई करें। वहीं, गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने देश में यह सबसे पहले आदेश दिया कि यदि थाने में हर फरियादी का मुकदमा दर्ज होगा। अगर थाने में केस दर्ज नहीं होता है तो एसपी ऑफिस में मुकदमा दर्ज होगा। लेकिन यह सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। इसमें थानेदार की भूमिका की जांच होगी कि उसने मुकदमा दर्ज क्यों नहीं किया। जिससे पीड़ित को एसपी ऑफिस जाना पड़ा। अब ऐसे थानाप्रभारियों पर ठोस विभागीय कार्रवाई करने का भी ईशारा सीएम गहलोत ने दिया। गहलोत ने कहा कि सरकार की मंशा है संवेदनशील और पारदर्शी प्रशासन हो। अब कोई एसएचओ मुकदमा दर्ज करने से मना नहीं कर सकता है। सीएम ने कहा कि चार माह में एक बार हम मीटिंग करेंगे। जिसमें मुख्यमंत्री सहित डीजीपी, मुख्य सचिव, गृहसचिव और अन्य प्रमुख अधिकारी शामिल होंगे। उसमें देखेंगे कि किस जिले में कहां क्या स्थिति है। कौनसा पुलिस अधीक्षक प्रभावी कार्रवाई कर रहा है।