राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समर्थित छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स यूनियन (डुसू) चुनाव में 4 में से 3 पदों पर जीत हासिल की है। शुक्रवार को जारी परिणाम में एबीवीपी ने पिछले साल के ही प्रदर्शन को दोहराया है। उसने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव के पद पर जीत हासिल की। कांग्रेस समर्थित नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) को एक बार फिर सचिव पद पर जीत मिली। एबीवीपी के अश्वित दहिया ने एनएसयूआई के चेतन त्यागी को 19 हजार के बड़े मार्जिन से हराया। उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के प्रदीप तंवर और संयुक्त सचिव के पद पर शिवांगी खरवाल ने क्रमश: 8,574 और 2,914 मतों से जीत हासिल की। एनएसयूआई के आशीष लांबा ने एबीवीपी के योगी राठी को 2,053 मतों से हराकर सचिव का पोस्ट जीता। चुनाव में 40% मतदान दर्ज किया गया डुसू के लिए गुरुवार को मतदान हुआ था। मुख्य चुनाव अधिकारी अशोक प्रसाद ने बताया कि चुनाव में 40% मतदान दर्ज किया गया। उन्होंने बताया, “डीयू में राजनीतिक माहौल में परिवर्तन आया है। छात्र कैम्पस राजनीति में कम रुचि ले रहे हैं। इस कारण से मतदान करने कम छात्र पहुंचे।” पिछले साल 44.5% मतदान दर्ज हुआ था जो पिछले 11 साल का सर्वाधिक था। चुनाव में 52 कॉलेजों के 1.44 लाख छात्रों ने मत दिए डीयू के पूरे 52 कॉलेजों में से करीब 1.44 लाख छात्रों ने मतदान करने पहुंचे। विश्वविद्यालय ने मतदान के लिए 144 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल किया था। चुनाव में एबीवीपी, एनएसयूआई और वाम समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) शामिल हुए थे। लेकिन टक्कर मुख्यत: एबीवीपी और एनएसयूआई में देखने को मिली।