बीते करीब दाे हफ्ते से कमजाेर पड़ा मानसून शुक्रवार काे अचानक फिर सक्रिय हुआ। बूंदी, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा और काेटा में ताे 7-7 इंच तक बारिश हुई। गांधी सागर से पानी छोड़े जाने के कारण कोटा बैराज के 15 गेट 26-26 फीट खोले गए। इससे काेटा में चंबल किनारे बसी बस्तियाें में बाढ़ जैसे हालात हाे गए। प्रशासन ने कई इलाकाें में मकानाें काे खाली करवा लिया है। बूंदी में नवलसागर के 3 गेट एक फीट व जैतसागर के 9 गेट 2 फीट तक खोलने से कई कॉलोनियों के घरों में 3 फीट तक पानी घुस गया। डूंगरपुर, प्रतापगढ़, झालावाड़ जिलाें में भी कई स्थानाें पर जाेरदार बारिश हुई। जयपुर में करीब 10 दिन बाद देर शाम 1.3 मिमी बारिश हुई। माैसम विभाग ने 8 जिलाें में येलो अलर्ट जारी किया। यहां भारी बारिश की संभावना है। भीलवाड़ा जिले में तेज बारिश के चलते त्रिवेणी नदी का वेग 4.40 आरएल मीटर तक पहुंच गया। इस कारण बीसलपुर बांध के 6 गेट खाेलने पड़े। इसके अलावा बांसवाड़ा के माही बांध के 16 और काेटा बैराज के 15 गेट खाेले गए। तेज बारिश के कारण बांसवाड़ा का बेणेशवर धाम एक बार फिर टापू बन गया। माही बांध गेट खाेले जाने से बांसवाड़ा -उदयपुर स्टेट हाईवे पर 2 फीट पानी आ गया है। भीलवाड़ा के काछाैला में जैतपुरा बांध के 6 गेट, झालावाड़ में गंभीरी बांध के 7 गेट खाेले गए। भीलवाड़ा में गांगली नदी का पानी पुलिया पर बहने से दोपहर में निंबाहेड़ा-उदयपुर स्टेट हाईवे अवरुद्ध हो गया। कोटा बैराज ने बढ़ाई मुसीबत, कई इलाकों में मकान खाली मध्यप्रदेश और राजस्थान में लगातार तेज बारिश के चलते शुक्रवार को चंबल पर बने सबसे बड़े बांध गांधी सागर 3.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। गांधी सागर से पानी छोड़ने से कोटा बैराज के 15 गेट 26-26 फीट खोलकर पानी की निकासी की गई। इससे काेटा में चंबल किनारे बसी बस्तियाें में बाढ़ जैसे हालात हाे गए। बैराज के गेट खुलने के बाद में जैसे ही पानी बस्तियों तरफ बढ़ने लगा तो उनमें अफरा-तफरी मच गई। प्रशासन ने कई इलाकाें में मकानाें काे खाली करवा लिया है। नदी-नाले उफान पर, कई बांधाें के गेट खाेलने पड़े तेज बारिश हाेने से कई जिलाें में नदी-नाले ओवरफ्लाे हाे गए। भीलवाड़ा के काछाैला में जैतपुरा बांध के 6 गेट, झालावाड़ में गंभीरी बांध के 7 गेट खाेले गए। वहीं भारी बारिश के चलते भीलवाड़ा में गांगली नदी का पानी पुलिया पर बहने से दोपहर में निंबाहेड़ा-उदयपुर स्टेट हाईवे अवरुद्ध हो गया। बांसवाड़ा जिले में तीन दिन से भारी बारिश हाेने से कई मार्गाें पर आवाजाही बंद हो गई। बांसवाड़ा का बेणेशवर धाम एक बार फिर टापू बन गया। वहीं मध्यप्रदेश में भारी बारिश के चलते माही बांध में पानी की आवक बढ़ने से बांध के 16 गेट खाेले गए। इससे बांसवाड़ा -उदयपुर स्टेट हाईवे पर 2 फीट पानी बहने लगा।