सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के तेवर अपने चाचा शिवपाल यादव को लेकर नरम नजर आए। उन्होंने कहा कि शिवपाल अगर पार्टी में आना चाहें तो उनका स्वागत है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में परिवारवाद नहीं लोकतंत्र है। पार्टी के दरवाजे सभी के लिए खुले हुए हैं। जो भी आना चाहे उसका स्वागत है। उन्होंने यह भी संकेत दिए कि वह शिवपाल की सदस्यता खत्म करने वाली याचिका भी वापस ले सकते हैं। लखनऊ स्थित आवास पर शुक्रवार को अखिलेश ने यह बातें प्रेस वार्ता के दौरान कहीं। हाल ही में बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दयाराम पाल और बलिया से बसपा के पूर्व विधायक मिठाईलाल यादव सपा में शामिल हुए। अखिलेश ने कहा हम किसी नेता पर लगे मुकदमा भी नहीं देखेंगे। जो भी आना चाहे हम उसका स्वागत करेंगे।