जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय जगत में उठाने की पाकिस्तान की कोशिशें नाकाम हुई हैं. इस सच को आखिरकार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने पहली बार खुलकर स्वीकार कर लिया है. संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की बैठक में हिस्सा लेने अमेरिका पहुंचे इमरान खान ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि इस मुद्दे पर वैश्विक बिरादरी के रुख से वह निराश हैं. दरअसल संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) समेत दुनिया के सभी प्लेटफॉर्म पर पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी. ज्यादातर देशों ने भारत के रुख का समर्थन किया. इमरान खान ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कश्मीर के मुद्दे पर कहा, ''मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय के रुख से निराश हूं. यदि 80 लाख यूरोपीय या यहूदी या महज 8 अमेरिकियों को भी इस तरह कैद में रखा जाता तो क्या इसी तरह का रिएक्शन होता? मोदी पर पाबंदियां हटाने को लेकर कोई दबाव नहीं है. हम लगातार दबाव बनाते रहेंगे...9 लाख सेना वहां क्या कर रही है?...''